ब्लाइटेड ओवम वह स्थिति है, जिसमें आप गर्भधारण तो करती हैं और निषेचित डिंब (ओवम) आपके गर्भ में प्रत्यारोपित भी हो जाता है, मगर शिशु विकसित नहीं होता। दूसरे शब्दों में, यह बिल्कुल शुरुआत में गर्भावस्था का समाप्त हो जाना है।
इस स्थिति को चिकित्सकीय भाषा में एनएम्ब्रेयोनिक प्रेग्नेंसी कहा जाता है।
ब्लाइटेड ओवम की स्थिति किसी भी महिला के साथ हो सकती है और ऐसी अधिकांश महिलाओं की अगली गर्भावस्था सफल रहती है।
यदि सामान्य ढंग से नहीं बढ़ रही है, तो इससे जुड़े संकेत जैसे कि दर्द या आदि आपको महसूस हो भी सकते हैं और नहीं भी। आपके शरीर में मौजूद गर्भावस्था हॉर्मोन आपको गर्भवती महसूस करा सकते हैं।
हालांकि कई बार, अगर हॉर्मोन स्तर काफी कम हो, तो कम हो सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आपको अपने महसूस होंगे।
ब्लाइटेड ओवम के कारणों का पूरी तरह से पता नहीं चल सका है। इसे सामान्यत: प्राकृतिक दुर्घटना मान लिया जाता है।
जब एक होता है, तो कोशिकाएं विभाजित होना शुरु हो जाती हैं। कुछ कोशिकाएं शिशु के रूप में विकसित हो जाती हैं और अन्य अपरा (प्लेसेंटा) और झिल्लियों के तौर पर विकसित होती हैं।
कई बार, निषेचित डिंब का जो हिस्सा शिशु बनने वाला होता है, वह विफल हो जाता है। ऐसा शायद इसलिए क्योंकि निषेचन के दौरान कोई दोष हुआ है और बहुत सारे या बहुत कम गुणसूत्र (क्रोमोज़ोम) बन गए हैं। हालांकि, जिस हिस्से को अपरा और झिल्लियां बनना था, वे सफल रहते हैं। इसलिए, गर्भाशय में गर्भावस्था थैली विकसित होना जारी रखती है, और अपरा भी बनना शुरु हो जाती है।
आपका शरीर यह पहचान नहीं पाता कि थैली के भीतर कोई शिशु विकसित नहीं हो रहा है, क्योंकि गर्भावस्था के हॉर्मोन अभी भी बन रहे होते हैं। ये हॉर्मोन होने से भी रोके रखते हैं।
अक्सर आपको किसी गड़बड़ी का पता पहले के दौरान चलता है। इसी समय आपको पता चलेगा कि गर्भावस्था थैली में भ्रूण नहीं है और यह खाली है।
स्कैन के दौरान अल्ट्रासाउंड डॉक्टर गर्भावस्था थैली को मापेंगी और पीतक झिल्ली (योक सैक) या भ्रूण के होने के प्रमाण देखेंगे। यदि गर्भावस्था थैली 25 मि.मी. (एक इंच) से अधिक मापी जाए और इसमें पीतक झिल्ली या भ्रूण होने के प्रमाण न मिलें, तो वे ब्लाइटेड ओवम का पता करेंगी।
ब्लाइटेड ओवम की पुष्टि करने से पहले पूरे एमनियोटिक द्रव की के जरिये जांच की जाएगी। अगर गर्भावस्था थैली का व्यास 25 मि.मी. से कम हुआ, तो हो सकता है कि गर्भावस्था आपकी उम्मीद से कम अवधि की हो।
ऐसे में आपको सात से 14 दिनों बाद फिर से स्कैन करवाने के लिए कहा जाएगा। अगर इस समय भी पीतक झिल्ली या भ्रूण की मौजूदगी के कोई संकेत न मिलें, तो ब्लाइटेड ओवम की पुष्टि कर दी जाएगी।
Hello.meri age 38 years hai or meri shadi ko 3 saal ho gye.bhut koshish or treatment k bad mujhe Dec 2019 me conceive hua par blighted pregnancy ki wajah se miscarriage ho gya.abhi sep 2020 me fhir se consive Kiya or is bar bhi fhir se esa ho gya.samjh nhi a raha Kya kru.plz bataye k esa kyu ho raha hai or mujhe ab Kya krna cahiye
Blighted ovum ka solution
3 months hone per bhi pregnancy 5.3weeks hi dikha rha h
Ab koi solution hua mam
नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें Culture Question Bank International Relations Security and Defence Social Issues English Antonyms English Language English Related Words English Vocabulary Ethics and Values Geography Geography - india Geography -physical Geography-world River Gk GK in Hindi (Samanya Gyan) Hindi language History History - ancient History - medieval History - modern History-world Age Aptitude- Ratio Aptitude-hindi Aptitude-Number System Aptitude-speed and distance Aptitude-Time and works Area Art and Culture Average Decimal Geometry Interest L.C.M.and H.C.F Mixture Number systems Partnership Percentage Pipe and Tanki Profit and loss Ratio Series Simplification Time and distance Train Trigonometry Volume Work and time Biology Chemistry Science Science and Technology Chattishgarh Delhi Gujarat Haryana Jharkhand Jharkhand GK Madhya Pradesh Maharashtra Rajasthan States Uttar Pradesh Uttarakhand Bihar Computer Knowledge Economy Indian culture Physics Polity
Blighted ovam ka solution