Jagirdari System In Hindi जागीरदारी सिस्टम इन हिंदी

जागीरदारी सिस्टम इन हिंदी



Pradeep Chawla on 12-05-2019

जागीरदार प्रथा भारत में मुस्लिम शासन काल में विकसित (13वीं शताब्दी के प्रारम्भ में) हुई थी। यह भूमि की रैयतदारी प्रणाली थी, जिसमें किसी भूमि से लगान प्राप्त करने और उसके प्रशासन की ज़िम्मेदारी राज्य के एक अधिकारी को दी जाती थी। किसी जागीरदार को जागीर सौंपा जाना सशर्त या बिना शर्त भी हो सकता था।

जागीर प्रथा



दिल्ली के प्रारम्भिक सुल्तानों ने शुरू की। इस प्रथा के अंतर्गत सरदारों को नकद वेतन न देकर जागीरें प्रदान कर दी जाती थीं। उन्हें इन जागीरों का प्रबंध करने तथा मालगुजारी वसूल करने का हक दे दिया जाता था। यह सामंतशाही शासन प्रणाली थी और इससे केंद्रीय सरकार कमज़ोर हो जाती थी। इसलिए सुल्तान ग़यासुद्दीन बलवन ने इस पर रोक लगा दी और सुल्तान अलाउद्दीन ख़िलज़ी ने इसे समाप्त कर दिया। परंतु सुल्तान फ़िरोज़शाह तुग़लक़ ने इसे फिर से शुरू कर दिया और बाद के काल में भी यह चलती रही। शेरशाह सूरी और अकबर दोनों इस प्रथा के विरोधी थे। वे इसको समाप्त कर उसके स्थान पर सरदारों को नकद वेतन देने की प्रथा शुरू करना चाहते थे परंतु बाद के मुग़ल बादशाहों ने यह प्रथा फिर शुरू कर दी। उनको कमज़ोर बनाने और उनके पतन में इस प्रथा का भी हाथ रहा है।[1]

प्रथा का विकास



जागीरदार फ़ारसी भाषा के शब्द जागीर, अर्थात् भूमि और दार, अर्थात् अधिकारी से मिलकर बना है। यह प्रथा भारत में मुस्लिमों के शासन काल में बहुत फली-फूली। इस समय यह प्रथा अधिकांश क्षेत्रों में व्याप्त थी और राज्य के शासन प्रबन्ध का महत्त्वपूर्ण हिस्सा थी। सशर्त जागीर में जागीरदार को शासन के हित में कर वसूलने और सेना संगठित करने जैसे जनकार्य करने पड़ते थे। भूमि, जो कि इकता कहलाती थी, आमतौर पर जीवन भर के लिए दी जाती थी और अधिकारी की मृत्यु के बाद जागीर फिर से शासन के अधिकार में चली जाती थी। जागीरदार को उत्तराधिकारी निश्चित रकम अदा करके जागीर का नवीनीकरण कर सकता था। यह प्रथा दिल्ली के प्रारम्भिक सुल्तानों ने शुरू की थी।

सामंतवादिता



सामन्तवादी चरित्र होने के कारण जागीरदार प्रथा से कुछ अर्द्ध स्वतंत्र सामन्त अस्तित्व में आए, जिससे केन्द्र सरकार कमज़ोर होने लगी। सुल्तान ग़यासुद्दीन बलबन ने इस प्रथा को कुछ हद तक नियंत्रित किया और सुल्तान अलाउद्दीन ख़िलजी ने इसे समाप्त कर दिया। बाद में इसे सुल्तान फ़िरोजशाह तुग़लक़ ने दुबारा शुरू किया और उसके बाद यह प्रथा जारी रही। प्रारम्भिक मुग़ल शासकों (16वीं शताब्दी) ने अपने अधिकारियों को नक़द इनाम या वेतन देकर इसे समाप्त करना चाहा। लेकिन बाद के मुग़ल शासकों द्वारा इसे फिर से लागू करने के बाद उनका शासन कमज़ोर पड़ने लगा।

प्रथा की समाप्ति



वर्तमान तमिलनाडु राज्य के अर्काट के तत्कालीन नवाब मुहम्मद अली ने इंग्लैण्ड की ईस्ट इंडिया कम्पनी को बंगाल की खाड़ी के किनारे 190 किलोमीटर लम्बी और 75 किलोमीटर चौड़ी जागीर दी थी। बाद में यही मद्रास प्रेज़िडेंसी का केन्द्र बनी। ब्रिटिश शासन काल में, विशेषकर महाराष्ट्र में, पुरानी जागीरदारी सम्पत्तियों को आमतौर पर व्यक्तिगत परिवारों की निजी सम्पत्ति मान लिया गया। स्वतंत्रता के बाद भारत में इस अनुपस्थित भू-स्वामित्व प्रणाली को समाप्त करने के लिए क़ानून बनाये गए।।




सम्बन्धित प्रश्न



Comments O.N.Srivastava on 03-11-2023

Nawabon se jagir ke badle Sainik sewa li jane wali pratha ko kya kahte hain

Vishnu dutt pareek on 12-07-2023

जागीर भूमि माफी भोम तालाब सिचाई, आबादी भूमि के पट्टे ,परिवार भरण पोषण पुरानी जागीर प्रथा संबंन्धित लां बुक वर्ष 1951 से पूर्व की चाहिए। यदि आपके यहाँ उपलब्ध हो तो मुझे भेजने का कष्ट करावें। मै जो भी चार्ज होगा। दे कर छुडवा लुगा। वि.डी.पारीक.म.नं.-146,कुम्भा सर्किल के पास आजाद नगर भीलवाड़ा(राज।) mo.no.94135 25700


Parwati swansi on 27-11-2022

जागीरदरों का वेतन


Mohinder Singh Chadha on 20-06-2022

Nawabon se jageer ke badle lee jaane wali saink sewa ko kiya kahte hain

Nayan bhatt on 17-06-2022

Rajasthan ke kon se jile se 1935 me jagirdari prtha ka ant kiya

Aryanshi on 31-05-2022

Jamindaari aur jagirdaari me kya anter hai answer hindi me

सुमन शर्मा on 11-01-2022

नवाबों से जागीर के बदले में सैनिक सेवा ली जाने वाली प्रथा को क्या कहते हैं


Sonika kumari on 20-12-2021

Jagirdari system



Devender on 30-08-2020

Navabo se jagir k badle sanik seva le jane wali Partha ko kya kahte h

Rushna on 01-01-2021

જાગીરદારી પ્રથા કોણે સદંતર બંધ કરી હતી

Aarti on 03-01-2021

Jagirdari prtha ka Arthur or gun or dish btaye

Gopal khilery akoda naguar on 24-10-2021

आजादी से पहले भूमि का कोई मालिकाना हक का रेकाड ह




संसद का अधिवेशन बुलाने का काम है - बिहार राज्य की चौहद्दी है तर्क सवाल और हिंदी में जवाब सौर ऊर्जा के बारे में जानकारी ₹1 के नोट पर किसके हस्ताक्षर होते हैं उस गुर्जर प्रतिहार शासक का क्या नाम था , जिसे पाल शासक देवपाल ने हराया था - मारवाड़ी कच्छी बीकानेरी और जैसलमेरी किस जानवर की भारतीय नस्लें हैं बिहार में परिवहन का प्रमुख साधन है विद्युत साज - समान , सैनिक उपकरण व काटने के औजार निर्माण में किस धातु का प्रयोग होता है ? मुख्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति तथा उसको पदच्युत करने का अधिकार निम्नलिखित में से किसको हैं - कैनेडी हवाई अड्डा मुहम्मदशाह रौशन अख़्तर शुंग वंश की स्थापना जैनियों के पहले तीर्थकर कौन थे - चाँद का आकार छोटा बड़ा क्यों होता है किस जिले का हेला ख्याल दंगल प्रसिद्ध है - लौंग का उपयोग गांधी सागर , जवाहर सागर तथा राणा प्रताप सागर बाँध किस नदी पर निर्मित है - विद्यालय प्रबंधन का अर्थ html tags

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