Vanya Pranniyon Ka Mahatva वन्य प्राणियों का महत्व

वन्य प्राणियों का महत्व



GkExams on 02-10-2022


वन्यजीव संरक्षण पर निबंध : जैसा की दोस्तों आज के ज़माने में मानव हर कार्य में अपना स्वार्थ देखता है, वन्यजीवन संरक्षण (importance of wildlife essay) के बारे में भी जब सोचते है तो यही सवाल हमारे मन मे आते है। पानी, हवा, मिट्टि – तीनो ही पर्यावरण के अभिन्न अंग है। पानी जिसे हम पीते है और अनगिनत कार्यों में इस्तेमाल करते है, जिसके बिना हमारे जीवन की कल्पना करना भी संभव नही है।

Vanya-Pranniyon-Ka-Mahatva


हवा, जिसमें घुला होता है पेड़ो द्वारा निर्मित ऑक्सिजन, जिससे हमारी साँसे चलती है। मिट्टि, वो उपजाऊ मिट्टि जिसमें हम तरह तरह के अनाज, दाले, फल, सब्ज़ीयाँ आदी उगाते है, इन सभी से हमारे शरीर को पोषण मिलता है, स्वास्थ बना रहता है और नित नए व्यंजनो का स्वाद चखते है।


और इसमें कोई शक नही है की वन और वन्य जीवन सुरक्षित रहे तो ये सभी संसाधन हमें पर्याप्त मात्रा में मिलते रहेंगे और हम अपना जीवन व्यापन कर पाऐंगे। सोचिये के अगर इन संसाधनो का नष्टीकरण हुआ तो क्या हालात सामने आ सकते है।


संरक्षण की आवश्यकता क्यों?




वन्यजीवन (essay on wildlife 100 words) का नष्टिकरण हम अपने ही हाथों से बिना सोचे समझे भावहीन होकर किए जा रहे है। जंगलो की अंधाधुंध कटाई की जाती है, ताकि हमारी “बहुमुल्य इमारते” खड़ी हो सके। जानवरों का अवैध शिकार तथा माँस खाल कि तस्करी करके मनुष्य अपनी जेंबे तो भर लेता है, पर हृद्य तो खाली ही रहता है।


पशुओ के मुलायम रुए से बने वस्त्र बहुत आर्कषित करते है, चाहे इसके लिए किसी बेज़ूबान की जान ही क्यों न लेनी पड़े, इस बात से मनुष्य को कोई फर्क नहीं पड़ता। मनुषय यह नहीं सोचता के इनमें भी जान है, इनको भी कष्ट होता है, बस आँखे मूंद के अपना स्वार्थ पूरा करने में लगा है।


इन सभी दुर्भाग्यपूर्ण स्थितीयों पर रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा कई कड़े कदम उठाए जा चुके है। भारत सरकार ने सन 1972 में वन्यजीव संरक्षण (short essay on wildlife conservation) अधिनियम दिया ताकी वन्यजीवों का संरक्षण हो सके तथा उनके अवैध शिकार एवम खाल माँस का व्यापार रोका जा सके।


इसके अलावा सन 2003 ई. में कानून को संशोधित करके भारतीय वन्य जीव संरक्षण (संशोधित) अधिनियम 2002 में बदल दिया गया। यह कानून पशु, पक्षि, पौधो की प्रजातीयों के अवैध शिकार एवम व्यापार को रोकने का भरपूर प्रयास करता है।


वन्य जीव संरक्षण पर नारे :




यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा वन्य जीव संरक्षण पर नारों से अवगत करा रहे है, जिन्हें गुनगुना कर आप वन्य जीव संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करने में सहयोग करें....


जीवो की रक्षा है देश की रक्षा..!


धरती माता करे पुकार, जीवो का न करो संहार..!


जीव – जंतुओ की करोगे जब रक्षा, तभी होगी पर्यावरण की सुरक्षा..!


करे प्रण अब जीवो को रक्षित, होगी तभी धरती सुरक्षित..!


चलो एक पहल चलाये, सारे जीवो को बचाए..!


हमने अब यह ठाना है, जीवो को बचाना है..!


तभी मनुष्य बनेगा महान, जब जीवो का होगा कल्याण..!


मैं भी साथ – तू भी साथ, मानव और जीव अब साथ – साथ..!


जीवो के लिए प्यार जगाओ, जंगल में न आग लगाओ..!


चलो बेहतर भविष्य बनाये, जीव – जंतुओ को बचाए..!


तब प्रलय करती है धरती, जब कोई जीव है मरती..!


हर दिल में यह प्यार जलाये, पशुओ को मरने से बचाए..!


जीव – संरक्षण का वचन निभाओ, हर एक जीव को बचाओ..!


जैसे करते है हम अपनी सुरक्षा, अब करे वैसे ही जीवो की रक्षा..!




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