संसद भवन के बारें में (Parliament Of India In Hindi) : यह भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित सबसे प्रसिद्द भवनों में से एक है, जहाँ विश्व में किसी भी देश में मौजूद वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूनों की उज्ज्वल छवि मिलती है।
आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की संसद भवन एक विशाल वृत्ताकार भवन (parliament of india consists of) है जिसका व्यास 560 फुट (170.69 मीटर) है और इसकी परिधि एक मील की एक तिहाई 536.33 मीटर है तथा यह लगभग छह एकड़ (24281.16 वर्ग मीटर) क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
संसद भवन का चित्र :
जैसा की आप उपरोक्त चित्र में देख सकते है की इसके प्रथम तल पर खुले बरामदे के किनारे-किनारे क्रीम रंग के बालुई पत्थर के 144 स्तंभ हैं और प्रत्येक स्तंभ की ऊंचाई 27 फुट (8.23 मीटर) है। भवन के 12 द्वार हैं जिनमें से संसद मार्ग पर स्थित द्वारा सं. 1 मुख्य द्वार है।
ध्यान रहे की भारत के इस संसद भवन को ब्रिटिश वास्तुकार
"एड्विन लैंडसियर लूट्यन्स और सर हर्बर्ट बेकर" द्वारा नियत किया गया था और इसका निर्माण वर्ष 1921 और 1927 के बीच किया गया था। फिर वर्ष 1927 में इसका उद्घाटन भारत के तत्कालीन वायसराय लार्ड इरविन ने किया था।
इस भवन
(parliament of india pdf) का निर्माण अंग्रेजों ने दिल्ली में नई प्रशासनिक राजधानी बनाने के लिए किया था। आजादी के बाद यह संसद भवन बन गया। फिलहाल अब छोटा पड़ने और कई अन्य वजहों से साल 2020 में भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी दिल्ली में नए संसद भवन की नींव रख दी है। जो अब जल्द ही बनकर शुरू हो जाएगा।
भारतीय संसद की शक्तियां :
यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा भारतीय संसद की शक्तियों
(Power and Functions of Indian Parliament) से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है...
संसद को संघीय सूची तथा समवर्ती सूची के सभी विषयों पर कानून बनाने की शक्ति प्राप्त है। संविधान द्वारा संसद को संघीय वित्त पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त है। संविधान के अनुच्छेद 368(1) के अनुसार संसद के दोनों सदनों की स्वीकृति पर ही संविधान में संशोधन हो सकता है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 75(3) के अनुसार मंत्रिपरिषद् सामूहिक रूप से लोकसभा के प्रति उत्तरदायी होती है। संसद को व्यय के आकलनों, विनियोजन तथा राजस्व विधेयकों पर विचार-विमर्श के समय राज्य के विभिन्न विभागों के कार्य की समीक्षा और आलोचना करने की शक्ति प्राप्त है। संसद को अनुमोदन की शक्तियाँ भी प्राप्त हैं। इस प्रकार सरकार द्वारा लाए गए विभिन्न संवैधानिक प्रस्तवों पर संसद का अनुमोदन आवश्यक होता है। संसद राज्यों की इच्छा के बिना भी उनकी सीमाओं तथा नामों में परिवर्तन कर सकती है, नवीन राज्य का निर्माण कर सकती है तथा किसी राज्य का अस्तित्व समाप्त कर सकती है। संविधान के अनुच्छेद 61 के अनुसार भारतीय संसद राष्ट्रपति पर महाभियोग लगाने के समय एक न्याय-संस्था के रूप में कार्य करती है। संविधान के अनुच्छेद 54 के अनुसार संसद को कुछ निर्वाचन सम्बन्धी शक्तियाँ प्रदान की गई हैं।भारत के नए संसद भवन के बारें में :
यहाँ हम निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा आपको भारत के नए संसद भवन की ख़ास बातों
(new parliament building in hindi) से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है...
इस इमारत में 2000 लोग प्रत्यक्ष और 9000 अप्रत्यक्ष रूप से बैठ सकेंगे। नई इमारत करीब 64,500 स्क्वायर मीटर में फैली होगी। यह बिल्डिंग पूरी तरह भूकंपरोधी होगी। नए संसद भवन में लोकसभा में 590 लोगों के बैठने की जगह है, वहीं नई लोकसभा में 888 सीटें होंगी। नई राज्यसभा में 384 सीटें होंगी और विजिटर्स गैलेरी में 336 लोग बैठ सकेंगे। इस इमारत में कैफे, लाउंज, डाइनिंग एरिया, मीटिंग के लिए कमरे, अफसरों और बाकी कर्मचारियों के लिए हाईटेक ऑफिस बनाए जाएंगे।Parliament Of India Address :
J685+V7V, Sansad Marg, Gokul Nagar, Janpath, Connaught Place, New Delhi, Delhi 110001
Parliament Of India Phone :
011 2303 4632