पृथ्वी के सतह के निकट किसी पिण्ड के इकाई द्रव्यमान पर लगने वाला पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल पृथ्वी का गुरुत्व कहलाता है। इसे g के रूप में निरूपित किया जाता है। यदि कोई पिण्ड धरती के सतह के निकट गुरुत्वाकरण बल के अतिरिरिक्त किसी अन्य बल की अनुपस्थिति में स्वतंत्र रूप से गति कर रही हो तो उसका त्वरण g के बराबर होगा। इसका मान लगभग 9.81 m/s2होता है। (ध्यान रहे कि G एक अलग है यह गुरूत्वीय नियतांक है।) g का मान पृथ्वी के विभिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न होता है।
g को त्वरण की भातिं भी समझा जा सकता है। यदि कोई पिंड पृथ्वी से ऊपर ले जाकर छोड़ा जाय और उस पर किसी प्रकार का अन्य बल कार्य न करे तो वह सीधा पृथ्वी की ओर गिरता है और उसका वेग एक नियत क्रम से बढ़ता जाता है। इस प्रकार पृथ्वी के आकर्षण बल के कारण किसी पिंड में उत्पन्न होने वाली वेगवृद्धि या त्वरण को गुरूत्वजनित त्वरण कहते हैं। इसे अंग्रेजी अक्षर g द्वारा व्यक्त किया जाता है। ऊपर कहा जा चुका है कि इसे किसी स्थान पर गुरूत्व की तीव्रता भी कहते हैं।
अनुक्रम
1 पृथ्वी के केन्द्र से दूरी के अनुसार g के मान में परिवर्तन
2 विश्व के विभिन्न शहरों में गुरुत्व जनित त्वरण का मान
3 g का मान ज्ञात करने की विधियाँ
3.1 प्रत्यक्ष विधि
3.2 लोलक की विधि (Method of Pendulums)
4 धरती के गुरुत्व की अन्य आकाशीय पिण्डों के गुरुत्व से तुलना
5 इन्हें भी देखें
6 सन्दर्भ
7 बाहरी कड़ियाँ
पृथ्वी के केन्द्र से दूरी के अनुसार g के मान में परिवर्तन
गुरूत्वजनित त्वरण अर्थात g का मान पृथ्वी के केंद्र से दूरी के अनुसार घटता बढ़ता है, अर्थात इस दूरी के बढ़ने पर यह घटता है और दूरी घटने पर बढ़ता है। इसलिए समुद्रतल पर इसका मान अधिक तथा पहाड़ों पर कम होता है। इसी प्रकार भूमध्य रेखा पर इसका मान ध्रुवों की अपेक्षा कम होता है, क्योंकि पृथ्वी ध्रुवों पर कुछ चिपटी है जिसके कारण पृथ्वी के केंद्र से ध्रुवों की दूरी भूमध्यरेखा की अपेक्षा कम है।
समुद्रतल पर g0 का मान निम्नलिखित सूत्र द्वारा प्राप्त किया जा सकता है:
g0 = 978.049 (1 + 0.0052884 Sin2 f - 0.0000059 Sin22f)
सें.मी. प्रति सें. प्रति सें. जहाँ f उस स्थान का अक्षांश (latitude) है।
यदि कोई स्थान समुद्रतल से h ऊँचाई पर हो तो वहां g का मान अर्थात g h. निकटतम मान तक निम्नलिखित सूत्र द्वारा ज्ञात किया जा सकता है:
gh = (g0 - .0003086 h) cm. sec. sec.
सामान्यतया पृथ्वीतल पर g का मान अक्षांशों के अनुसार ९७८ और ९८३.२ सेंमी./से. से. अथवा ३२.०९ और ३२.२६ फुट/से. से. के बीच मे रहता है। ये मान समुद्रतलों पर होते हैं।
SURYA KA GURATWA KARSAN BAL PERATVI KE GURATWA KARSAN BAL SE KITNA ADHIK HOTA H ????
Agr ek nuts bolte jiska Wight 50gm use 30 mtr ki unchai se niche girye ge to niche ate time uska Wight kya honga
Gravity ka materk
एक पिंड को पृथ्वी की सतह से ऊंचाई तक ऊपर उठाया जा रहा है गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा किए गए कार्य का चिन्ह क्या है
Gurutva Bal Kumar kitna hota hai
गुरुत्वाकर्षण का मान कितना होता है ?
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Gurutvakarshan Bal ka Maan gyat kijiye