मृत्यु का भय शायद इस सृष्टि का सबसे बड़ा भय है। हर किसी को यह डर सताता रहता है कि आज नहीं तो कल उसे इस मोह माया के बंधन को तोड़कर जाना ही होगा, अब ना जाने वह पल कब आएगा और कैसे आएगा।
2 / 22जिस क्षण मनुष्य इस भौतिक संसार में जन्म लेता है उसी क्षण से उसके मृत्यु का समय, तारीख और कारण, सब कुछ निश्चित हो जाता है। आप कह सकते हैं जन्म के समय से ही मृत्यु के लिए उलटी गिनती भी शुरू हो जाती है।
3 / 22मृत्यु एक ऐसा विषय है जो हमेशा से ही इंसानी मस्तिष्क के लिए जिज्ञासा का केन्द्र रहा है। मृत्यु से पहले होने वाले आभास, मृत्यु के बाद आत्मा की यात्रा, पूर्वजन्म और पुनर्जन्म का सत्य, आदि कुछ ऐसे सवाल हैं जो हर किसी को परेशान करते हैं।
4 / 22यही वजह है कि विज्ञान जो हमेशा भूत-प्रेत और आत्माओं जैसी बातों को नकारता रहा है, उसके आधार पर भी आत्मा के शरीर से बाहर निकलने और फिर उसकी आगे की यात्रा पर शोध करने लगे हैं।
5 / 22विज्ञान तो आज मृत्यु और उसके हालातों पर ध्यान आकर्षित करने लगा है लेकिन हमारे पुराणों में मृत्यु से जुड़ा लगभग हर रहस्य उजागर किया गया है।
6 / 22गरुड़ पुराण, जिसका संबंध जीवन से लेकर मृत्यु और उसके बाद आत्मा के सफर तक के हर पड़ाव से है, के अलावा भी कई ऐसे ग्रंथ हैं जिसमें मृत्यु के रहस्यों को उजागर किया गया है।
7 / 22मृत्यु के पश्चात घर में गरुड़ पुराण का पाठ करवाना आवश्यक करार दिया गया है। मौत के बाद जब आत्मा शरीर छोड़ देती है तो उसकी यात्रा कैसी होती है, जीवित अवस्था में किए गए कर्मों का दंड और फल उस आत्मा को क्या और कैसे मिलता है, किस पाप की क्या सजा निश्चित की गई है, यह सब गरुड़ पुराण में उल्लिखित है।
8 / 22हमने पहले आपको भगवान शिव द्वारा बताए गए मृत्यु पूर्वाभासों के विषय में अवगत करवाया था, आज हम आपको श्री कृष्ण द्वारा बताए गए मृत्यु के रहस्यों के विषय में बताएंगे जिनका उल्लेख भी गरुड़ पुराण में किया गया है।
गरुड़ पुराण में भगवान कृष्ण ने बताया है कि कैसे मनुष्य के अपने कर्म उसकी मृत्यु, मृत्यु के हालातों को और साथ ही आत्मा को मिलने वाले फल को प्रभावित करते हैं।
10 / 22भगवान कृष्ण के अनुसार वे लोग जिन्होंने अपने जीवन में कभी किसी का बुरा नहीं किया होता, जिन्होंने हमेशा सत्य और सही के मार्ग को ही अपनाया होता है उनके जीवन का अंत बहुत शांत तरीके से होता है। उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता।
11 / 22आध्यात्मिक राह पर ना चलने वाले, दूसरों का बुरा करने वाले, अपने कर्मों और वचनों से दूसरों को तकलीफ पहुंचाने वाले लोगों का अंत बहुत बुरा और दर्दनाक होता है।
12 / 22जो लोग दूसरों का विश्वास तोड़ते हैं, धोखा देते हैं, इसके अलावा वे लोग जो अपने जीवन में घृणित कृत्य करते हैं, उनकी मृत्यु जितनी बुरी हो सकती है, वह होती है। ऐसे लोगों को पता भी नहीं चलता और उनकी मौत उनके सामने आकर खड़ी हो जाती है।
9 / 22
क्या हमारे मरने का समय पहले से तय होता है?
शास्त्र से जवाब
नहीं, हमारे मरने का समय पहले से तय नहीं होता है। बाइबल तकदीर या भाग्य की शिक्षा को बढ़ावा नहीं देती, बल्कि वह बताती है कि मौत अकसर “संयोग” की वजह से होती है।—सभोपदेशक 9:11.
क्या बाइबल नहीं बताती कि ‘मरने का भी समय’ है?
जी हाँ, सभोपदेशक 3:2 में लिखा है कि “जन्म का समय, और मरन का भी समय; बोने का समय, और बोए हुए को उखाड़ने का भी समय है।” मगर, आस-पास की आयतों की जाँच करने पर पता चलता है कि इस आयत में बाइबल हम सबकी ज़िंदगी में बार-बार होनेवाली आम बातों के बारे में ज़िक्र कर रही है। (सभोपदेशक 3:1-8) जिस तरह बीज बोने का एक मौसम होता है, लेकिन परमेश्वर ने बीज बोने के लिए कोई खास दिन नहीं तय किया है, उसी तरह परमेश्वर ने हमारे मरने का भी कोई समय तय नहीं किया है। इस आयत का मतलब यह है कि हमें अपनी ज़िंदगी को रोज़मर्रा के कामों में इस कदर नहीं लगा देना चाहिए कि हम परमेश्वर को भूल ही जाएँ।—सभोपदेशक 3:11; 12:1, 13.
हमारी ज़िंदगी लंबी हो सकती है
हमारे साथ किसी भी वक्त कुछ भी हो सकता है, इसके बावजूद भी हमारी ज़िंदगी लंबी हो सकती है अगर हम सोच-समझकर फैसले लें। बाइबल में लिखा है: “बुद्धिमान की शिक्षा जीवन का सोता है, और उसके द्वारा लोग मृत्यु के फन्दों से बच सकते हैं।” (नीतिवचन 13:14) उसी तरह मूसा ने इसराएलियों से कहा कि अगर वे परमेश्वर की आज्ञाओं को मानेंगे तो वे ‘बहुत दिन तक बने रहेंगे।’ (व्यवस्थाविवरण 6:2) लेकिन, अगर हम लापरवाह होकर बेवकूफी-भरे या बुरे कामों में लगे रहें, तो हमारी ज़िंदगी छोटी हो सकती है।—सभोपदेशक 7:17.
हम कितने ही बुद्धिमान या सावधान क्यों न हों, मौत से नहीं बच सकते। (रोमियों 5:12) लेकिन हालात बदलेंगे, क्योंकि बाइबल वादा करती है कि एक ऐसा समय आएगा जब ‘मौत न रहेगी’।—प्रकाशितवाक्य 21:4.
Mom where are you?
Mere pati ki achanak tejab pine se maut ho gayi. Kya unki maut pahle se Tay thi
Mere papa ki pulse down ho rahi thi unki pulse 29 aa rahi thi subh 33 aur ek din pahle 40 hum pacemaker dalwane gaye jahan pacemaker sahi dala h iske baad unki pulse badh gayi lekin 1 ghante baad unki death ho gayi kya dr se galti hui ya unki mirtu nishchit thi
yar jyoti ase hi muje lagta hai ki mainw mere papa ko sahi doc ko nhi dikhaya ...meri insta id hai...choudhary_inder01 plzz mgs muje kuch puchna hai
Mai be ye janna chati hoon ki corona se death ho rahi hai ye be likhi hui hai yaa Ese he log Mar rah hai muje yakin nahi hai ki moat ka waqt fix hota hai mere abuu ko jannat nasib farmaya Aamin duua kare aap sab Aamin
Main 25 sal ka hun mere andar ye sawal hamesha aata hai ki kya maut ka date aur time fix hota hai ya nahi plzzz koi mujhe iska sahi jawab de de ....
Mai apni mataji ko achchi condition me heart k ilage k liye medanta hospital Indore lekar aai kintu Dr dwara laparvahi k Karan tin Dino me hi vo mujhe chale gye vo in Tino Dino tk yhi kahte rhe ki mujhe yha se le ja nhi to Mai mar jaungi kintu Maine Dr par vishwash Kiya or finally aisa lagta he ki unki bat na mankar Maine hi unhe mar diya
mujhe baar baar ye vaham lga rahta h ki agar mai time rahte meri mummy ko kisi acche doctor ke pass le jaati toh vo aaj mere saath hoti. toh kya unka jaana pahle se pakka tha?
मेरे bb को doctor ne delivery ke time bb बच्चे दोनों को मार diya क्या ये मेरे नसीब में लिखा tha
My son NAVDEEP SINGH expired on 21/10/2021 at manimajra hospital ki unki death wahi likhi thi
Ek chote se oppression mai mere papa ki maut ho gyi Dr ne Bola tha ki ye bilkul thik ho jangye par wo 10 din mai chle gye kya aisa likha tha ki unke sath aisa hoga ki aisa unki maut hogi ya fir hamari Galti se hui h ki hum ko unka oppression nhi karwana tha kuki Dr ne pehle dusre hospital mai mana kya tha ki inka oppression mat karwana fir dusre hospital mai Bola ye thik ho jangye oppression karwa lo par unki maut ku hui kya hamari galti thi ki aisa hona likhi tha plz btao mujhe
Kya mrityu Ka samay nischit ha ya Kabhi hamari galtiyo ke Karan Kisi ki maut ho jati ha
Kya mautt ka samay pehle se try hota h
Kya baghwan buddha mante the ki mrityu phele se nischit hai
Mai Apne papa Ka ek doctor me kahne per Lucknow ilaaj ke liye le Gaya Lakin mujhe lagta hai ki waha unka sahi ilaag nahi hua jisse unki maut ho gaye kya unki maut nischit thi
ક્યાં કોરોના મેં હુવી death નસીબ મેં લિખિ હોતી હૈ
नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें Culture Question Bank International Relations Security and Defence Social Issues English Antonyms English Language English Related Words English Vocabulary Ethics and Values Geography Geography - india Geography -physical Geography-world River Gk GK in Hindi (Samanya Gyan) Hindi language History History - ancient History - medieval History - modern History-world Age Aptitude- Ratio Aptitude-hindi Aptitude-Number System Aptitude-speed and distance Aptitude-Time and works Area Art and Culture Average Decimal Geometry Interest L.C.M.and H.C.F Mixture Number systems Partnership Percentage Pipe and Tanki Profit and loss Ratio Series Simplification Time and distance Train Trigonometry Volume Work and time Biology Chemistry Science Science and Technology Chattishgarh Delhi Gujarat Haryana Jharkhand Jharkhand GK Madhya Pradesh Maharashtra Rajasthan States Uttar Pradesh Uttarakhand Bihar Computer Knowledge Economy Indian culture Physics Polity
mere bhayee Ahsish atiwari ka janm 20/09/1983 ko hua tha kya uska date 07/05/2021 ko mratu ka samya tha kya uski mratu krona se likhi thi