sfdsf गुरु गोविंद सिंह की मृत्यु - Guru Govind Singh Ki Mrityu -66285

Guru Govind Singh Ki Mrityu गुरु गोविंद सिंह की मृत्यु

गुरु गोविंद सिंह की मृत्यु



GkExams on 21-12-2022


गुरु गोविन्द सिंह के बारें में (Guru Govind Singh Ji Biography In Hindi) : गुरु गोबिंद सिंह दस सिख गुरुओं में अंतिम थे इनका जन्म 22 दिसंबर 1666 को पटना में हुआ था। गुरु गोबिंद सिंह अपने पिता, गुरु तेग बहादुर जी की शहादत के बाद 24 नवंबर 1675 को 9 साल की उम्र में गुरु बन गए थे। इन्होने सिख योद्धा समुदाय खालसा की स्थापना की थी।

Guru-Govind-Singh-Ki-Mrityu


इसके अलावा उन्होंने महत्वपूर्ण ग्रंथ भी लिखे और सिख धर्म के पांच "क" को पेश किया था। गुरु गोविन्द (guru gobind singh real photo) के जीवनकाल में चार पुत्र हुए थे जिनमे से दो की मृत्यु युद्द में हो गई थी और बाकी दो पुत्रो को मुग़ल सेना द्वारा मार दिया गया था।


गुरु गोविन्द जी ने अपने जीवनकाल में गरीबो की रक्षा एवं पाप का खात्मा करने के लिए 14 युद्द लड़े थे। जिसमे से 13 युद्द मुग़ल साम्राज्य के खिलाफ लड़े थे।


गुरु गोबिंद सिंह का बचपन :




गुरु गोविंद सिंह के बचपन (Guru Gobind Singh Childhood) का नाम 'गोविंद राय' था। बचपन से ही गोविंद राय का स्वभाव अपने हम उम्र बच्चों अलग थे। जब बच्चे खिलौनों से खेला करते थे, उस समय गोविंद राय तलवार, कटार और धनुष चलाना सीख रहे थे।


पटना में जिस घर में उनका जन्म हुआ था उस जगह अब तखत श्री पटना साहिब स्थित है कहा जाता है कि गुरु गोबिंद सिंह जी के शुरुआती जीवन के चार साल वही बीते थे। वर्ष 1670 में उनका परिवार पंजाब में वापस आ गया और मार्च 1672 में उनका परिवार हिमालय के शिवालिक पहाड़ियों में चक्क नानकी नामक जगह पर आ गया जो आजकल आनंदपुर साहिब कहलाता है और गुरु गोबिंद सिंह जी की शिक्षा यहीं पर आरम्भ हुई थी।


गुरु गोविन्द सिंह के युद्द :




यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा गुरु गोविन्द सिंह द्वारा लड़े गए युद्दों (wars fought by Guru Gobind Singh ji) से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है...


  • भंगानी की लड़ाई (1688)
  • नादौन की लड़ाई (1691)
  • गुलेर की लड़ाई (1696)
  • आनंदपुर की लड़ाई (1700)
  • आनंदपुर (1701) की लड़ाई
  • निर्मोहगढ़ (1702) की लड़ाई
  • बसोली की लड़ाई (1702)
  • चमकौर का प्रथम युद्ध (1702)
  • आनंदपुर की पहली लड़ाई (1704)
  • आनंदपुर की दूसरी लड़ाई
  • सरसा की लड़ाई (1704)
  • चमकौर की लड़ाई (1704)
  • मुक्तसर की लड़ाई (1705)



  • मृत्यु (guru gobind singh death) :




    पठानों ने गुरुजी पर धोखे से घातक वार किया, जिससे 7 अक्टूबर 1708 में गुरु गोबिन्द सिंह जी नांदेड साहिब में दिव्य ज्योति में लीन हो गए और इस दुनिया को छोड़ कर हमेशा हमेशा के लिए चले गए। अपने अंत समय में गुरु गोविन्द जी ने सिखो को गुरु ग्रंथ साहिब को अपना गुरु मानने को कहा व खुद भी माथा टेका।




    सम्बन्धित प्रश्न



    Comments Shraddha Sharma on 12-05-2019

    Goru gobind Singh ki death ke bad unka Kaunda priy shishya shikh guru bna



    Shraddha Sharma on 12-05-2019

    Goru gobind Singh ki death ke bad unka Kaunda priy shishya shikh guru bna



    नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें Culture Question Bank International Relations Security and Defence Social Issues English Antonyms English Language English Related Words English Vocabulary Ethics and Values Geography Geography - india Geography -physical Geography-world River Gk GK in Hindi (Samanya Gyan) Hindi language History History - ancient History - medieval History - modern History-world Age Aptitude- Ratio Aptitude-hindi Aptitude-Number System Aptitude-speed and distance Aptitude-Time and works Area Art and Culture Average Decimal Geometry Interest L.C.M.and H.C.F Mixture Number systems Partnership Percentage Pipe and Tanki Profit and loss Ratio Series Simplification Time and distance Train Trigonometry Volume Work and time Biology Chemistry Science Science and Technology Chattishgarh Delhi Gujarat Haryana Jharkhand Jharkhand GK Madhya Pradesh Maharashtra Rajasthan States Uttar Pradesh Uttarakhand Bihar Computer Knowledge Economy Indian culture Physics Polity

    Labels: , , , , ,
    अपना सवाल पूछेंं या जवाब दें।






    Register to Comment