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Pair Ki Haddi Tutne Par Ilaaj पैर की हड्डी टूटने पर इलाज

पैर की हड्डी टूटने पर इलाज



GkExams on 16-11-2022


पैर की हड्डी टूटने पर इलाज के लिए आपको किसी हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर से मिलना चाहिए। इस प्रकार के डॉक्टरों को "आर्थोपेडिक" कहा जाता है। हड्डियों और मांसपेशियों, नसों और जोड़ों को प्रभावित करने वाले रोग और लक्षण होने पर हमें किसी आर्थोपेडिक डॉक्टर से परामर्श करने की आवश्यकता होती है। ओर्थोपेडिस्ट रोग का निदान कर सकता है और उचित और आवश्यक उपचार सुझा सकता है।


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मानव शरीर में एक रोग है "ऑस्टियोपोरोसिस" नाम से। यह रोग हड्डी से संबधित एक रोग है। इस रोग में हड्डियों में फ़्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए डॉक्टर्स हेमशा डाइट में पोषक तत्वों को शामिल करने की सलाह देते हैं। इसलिए पोषक तत्वों के सेवन से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम हो जाता है।


मानव शरीर में हड्डियाँ :




मानव शरीर में यह जन्म के समय 300 हड्डियां (How many bones in human body) होती है ,बाल्यावस्था में हड्डियों की संख्या 350 हो जाती है और किशोरावस्था व प्रौढ़ावस्था में कुछ हड्डियों के संगलित होने(अस्थिकरण)के कारण 206 तक सीमित हो जाती है।


शिशु के बढ़ने पर कार्टिलेज की जगह हड्डियां आ जाती हैं। हड्डियों की संरचना में बदलाव आता है और बढ़ने के साथ यह मजबूत हो जाती है। जब हड्डियां धीरे-धीरे फ्यूज (bone development in childhood) हो जाती हैं, तो हड्डियों की संख्‍या घट जाती है। आमतौर पर दो साल की उम्र तक शिशु की खोपड़ी के एंटीरियर हिस्‍से की हड्डियां खुली रहती हैं। समय के साथ बच्‍चे की हड्डियां फ्यूज हो जाती हैं और एक सिंगल हड्डी बनती है।


वैसे ज्‍यादातर बच्‍चों में 16 की उम्र (how many bones does a 10 year old have) तक सभी कार्टिलेज मैच्‍योर होकर हड्डी का रूप ले लेते हैं। हालांकि, एनाटोमिक भिन्‍नता की वजह से हड्डियों की संख्‍या कम या ज्‍यादा हो सकती है।


हड्डी मजबूत करने के उपाय :




यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा हड्डियाँ मजबूत करने के उपायों (food for strong bones and muscles) से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है...


  • हमेशा धूप में बैठकर शरीर की मालिश करें।
  • हफ्ते में चार दिन पैदल चलना व व्यायाम करना हड्डियां मजबूत करने के लिए जरूरी है।
  • कम वसायुक्त दुग्ध उत्पाद यानी टोफू या सोया मिल्क, हरी पत्तेदार सब्जियां, फलियां, सैमन (एक प्रकार की मछली), बादाम इत्यादि को अपने दैनिक आहार में जरूर लें।
  • भरपूर पानी पियें।
  • हर खाद्य सामग्री में विटामिन डी जरूर शामिल करें।
  • धुम्रपान और शराब का सेवन ना करें।
  • कैफीन से दूर रहें।



  • Comments Raju suklabaidya on 15-10-2022

    Sir facher hone per kiya ilag karna chiya aur kane per kiya kana chiya

    neha kumari on 19-11-2019

    haddi tut gai to kya khae



    neha kumari on 19-11-2019

    haddi tut gai to kya khae




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