प्रत्यावर्ती धारा के बारें में (Alternating Current In Hindi) : प्रत्यावर्ती धारा वह धारा है जो किसी विद्युत परिपथ में अपनी दिशा बदलती रहती हैं। इसके विपरीत दिष्ट धारा समय के साथ अपनी दिशा नहीं बदलती। आपको बता दे की घरों में प्रयुक्त प्रत्यावर्ती धारा की आवृत्ति 50 हर्ट्ज़ होती है इसका मतलब ये हुआ की यह एक सेकेण्ड में 50 बार अपनी दिशा बदलती है।
प्रत्यावर्ती धारा के उपयोग :
यहाँ हम आपको निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा प्रत्यावर्ती धारा के उपयोगों
(uses of ac current) से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है..
इस धारा का उपयोग मोटरों व समरसीबल चलाने में किया जाता है। इसका उपयोग ऊष्मा प्राप्त करने के लिए हीटर चलाने में किया जाता है। प्रत्यावर्ती धारा का उपयोग टी.वी./एल.सी.डी. व डीटीएच इत्यादि को चलाने में किया जाता है।दिष्ट धारा के बारें में (Direct Current In Hindi) : दिष्ट धारा वह धारा हैं जिसकी दिशा नियत होती है, परिमाण बदले या न बदले तो इसे ही दिष्ट धारा कहते हैं। जिन स्थानों पर प्रत्यावर्ती धारा का प्रयोग नहीं किया जा सकता है फिर वहां दिष्ट धारा का ही उपयोग किया जाता है। जैसे विद्युत चुंबक बनाने में। दिष्ट धारा प्रत्यावर्ती धारा की तुलना में कम खतरनाक होती है। दिष्ट धारा आसानी से किसी भी तार में बह सकती है।
दिष्ट धारा के उपयोग :
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इसका उपयोग हाथ घड़ी में भी किया जाता है। यह धारा मोबाइल बैटरी व लैपटॉप बैटरी में भी होती है। इसका उपयोग आर्क वैल्डिंग में किया जाता है। इसका उपयोग बैटरी चार्जिंग में किया जाता है।भौतिक विज्ञानं से सम्बन्धित अधिक पढने के लिए यहाँ क्लिक करें