पद्माकर की कविताएं
दूरी हित देखती दसा मै वा वि... पद व्याख्या
Ba second
कुलन में केलि में कटारन में कुंजन में
क्यारिन में कलित कलीन किलकत है
कहै पद्माकर परागन में पौनहू में
पातन में पिक पलासन पंगत है
(यह दोहा पद्माकर के कौन सी कविता से लिया गया है
Chite chite choro aor chouki chouki pre tyohi ka arth