Vayu Parivahan Ka Itihas वायु परिवहन का इतिहास

वायु परिवहन का इतिहास

GkExams on 20-01-2023


वायु परिवहन की परिभाषा : किसी भी चीज को लाने ले जाने एवं व्यक्तियों के आने जाने के लिए हवाई जहाज के उपयोग को वायु परिवहन (air transport introduction) कहते हैं। यह परिवहन का सबसे तेज गति वाला माध्यम है तथा इसका अधिकांश उपयोग यात्रियों को लाने, ले जाने के लिए होता है।


वायु परिवहन की उपयोगिता (Importance of Air Transportation) :


निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा हम वायु परिवहन की उपयोगिता के बारें में जानेंगे जो इस प्रकार है....


  • यह परिवहन का तीव्र गति का साधन है।
  • यह न्यूनतम लागत वाला साधन है।
  • इसका सामरिक महत्व है।
  • यह महंगे और हल्के माल का आसान परिवहन है।
  • यह भौतिक बाधाओं से मुक्त है।
  • यह कृषि के लिए उपयोगी है।
  • यह प्राकृतिक आपदाओं में उपयोगी है।



  • भारत में वायु परिवहन की शुरुआत :




    बात भारत की करें तो यहाँ वर्ष 1912 में, कराची और दिल्ली के बीच पहला घरेलू हवाई मार्ग (air transportation name) इंपीरियल एयरवेज, यूके के सहयोग से भारतीय राज्य वायु सेवा द्वारा खोला गया था।


    ध्यान रहे की पहली भारतीय एयरलाइन, टाटा संस लिमिटेड ने 1915 में सरकार से बिना किसी संरक्षण के कराची और मद्रास के बीच एक नियमित एयरमेल सेवा शुरू की थी।


    इसके बाद वर्ष 1933 में इण्डियन नेशनल एअरवेज कं. की स्थापना हुई, जिसने लाहौर से कराची के बीच विमान संचलन किया। 1935 में टाटा एअरवेज द्वारा मुम्बई-तिरुअनन्तपुरम तथा 1937 में इसी कम्पनी द्वारा मुम्बई-दिल्ली मार्ग पर विमान-सेवा प्रदान की गयी।

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    Comments Arun on 09-07-2020

    Vishva ki partham udaan ???


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