Upniveshwad Ke Prakar उपनिवेशवाद के प्रकार

उपनिवेशवाद के प्रकार

GkExams on 09-07-2022


उपनिवेशवाद के बारें में (About Colonialism In Hindi) : इसे सरल शब्दों में समझे तो एक उपनिवेश एक ऐसा देश या क्षेत्र है जो किसी अन्य देश के पूर्ण या आंशिक राजनीतिक नियंत्रण में होता है, आमतौर पर दूर के देश द्वारा एक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया जाता है उसे उपनिवेशवाद कहा जाता हैं।





या इसे ऐसे समझे की एक उपनिवेशिक देश (colonialism in india) का आर्थिक और सामाजिक विकास पूरी तरह से शासक देश के अधीन है। औपनिवेशिक अर्थव्यवस्था सभी स्वतंत्र आर्थिक निर्णयों से छीन ली गई है। कृषि का विकास, देश के विशाल प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग, इसकी औद्योगिक और टैरिफ नीतियों, विदेशी देशों के साथ व्यापारिक संबंध, और इसी तरह सत्तारूढ़ देश के हाथों में छोड़ दिया जाता है।


आपको बता दे की इतिहास में प्राय: पन्द्रहवीं शताब्दी से लेकर बीसवीं शताब्दी तक उपनिवेशवाद (post colonialism) का काल रहा। इस काल में यूरोप के लोगों ने विश्व के विभिन्न भागों में उपनिवेश बनाये। इसके परिणाम की बात करें तो पूंजीवाद में सम्मिलित उत्पादन की सभी शक्तियाँ तथा औपनिवेशिक संबंधों के बीच विरोधाभास इसका परिणाम है।


उपनिवेशवाद के प्रकार (Types of colonialism) :




यहाँ हम निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा आपको उपनिवेशवाद के प्रकारों से अवगत करा रहे है, जो मुख्यत: 4 प्रकार के होते है...


  • बसने वाले उपनिवेशवाद
  • शोषण उपनिवेशवाद
  • सरोगेट उपनिवेशवाद
  • आंतरिक उपनिवेशवाद



  • उपनिवेश की स्थापना के कारण :




    यहाँ हम निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा आपको उपनिवेश की स्थापना के कारणों से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है...


  • कच्चे माल की प्राप्ति
  • जनसंख्या में वृद्धि
  • निर्मित माल की खपत
  • समृद्धि की लालसा
  • ट्रिपल G नीति

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    Comments Poonam barnwal on 20-08-2023

    उपनिवेशवाद के प्रकार।


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