हाल ही में, प्रसिद्द पर्यावरणविद् व चिपको आन्दोलन (Chipko Movement) के प्रणेता ‘सुंदरलाल बहुगुणा’ का 94 वर्ष की उम्र में कोरोना वायरस के कारण निधन हुआ है। सुंदरलाल बहुगुणा का जन्म 09 जनवरी, 1927 को टिहरी जिले में भागीरथी नदी किनारे बसे मरोड़ा गांव में हुआ। 13 साल की उम्र में अमर शहीद श्रीदेव सुमन के संपर्क में आने के बाद उनके जीवन की दिशा बदल गई। सुमन से प्रेरित होकर वह बाल्यावस्था में ही आजादी के आंदोलन में कूद गए थे। वह अपने जीवन में हमेशा संघर्ष करते रहे और जूझते रहे। चाहे पेड़ों को बचाने के लिए चिपको आंदलन हो, चाहे टिहरी बांध का आंदोलन हो, चाहे शराबबंदी का आंदोलन हो, उन्होंने हमेशा अपने को आगे रखा।