हाल ही में, हुए सिंगापुर के राष्ट्रपति चुनावों में भारतीय मूल के ‘थरमन षणमुगरत्नम (Tharman Shanmugaratnam)’ ने 70.4% मतों के साथ बड़ी जीत दर्ज की है। आपको बता दे की वर्ष 1991 में निर्वाचित राष्ट्रपति पद की शुरुआत के बाद से यह तीसरी बार था कि सिंगापुरवासियों ने अपने राष्ट्रपति के लिए मतदान किया। इस तरह का पहला चुनाव 1993 में हुआ था, उसके बाद 2011 में दूसरा चुनाव हुआ था। थर्मन से पहले, सिंगापुर में दो तमिल मूल के राष्ट्रपति हुए हैं। सेल्लापन रामनाथन, जो 2009 में शहर-राज्य के सबसे लंबे समय तक राष्ट्रपति बने रहे, और चेंगारा वीटिल देवन नायर, जिन्होंने 1981 से 1985 तक सेवा की थी।