Promotion
= पदोन्नति() (Padonnati)
किसी संगठन में किसी कर्मचारी का पद बदलकर उसे उससे ऊपर वाला पद देना पदोन्नति (promotion) कहलाता है। किसी भी संगठन में कार्यरत कार्मिकों की कार्यकुशलता उनकी संतुष्टि तथा मनोबल के स्तर से भी प्रभावित होती है। पदोन्नति अर्थात् 'पद की उन्नति' आधुनिक कार्मिक प्रशासन का महत्वपूर्ण आयाम है। पदोन्नति, पद, स्तर सम्मान में वृद्धि करने या योग्यता के आधार पर आगे बढने से सम्बद्ध है। पदोन्नति को 'आन्तरिक भर्ती' या 'अप्रत्यक्ष भर्ती' भी कहा जाता है। पदोन्नति की निम्न विशेषताएँ या लक्षण हैं –पदोन्नति तो वर्तमान पद से उच्च पद के प्राप्त होने से सम्बद्ध है। उच्च पद के प्राप्त होने पर उस पर का वेतनमान, दायित्व तथा नया पद-नाम पदोन्नत कार्मिक को देय होते हैं तथा इससे कर्मचारी की प्रतिष्ठा तथा संतुष्टि दोनों का स्तर ऊँचा होता है। पदोन्नति प्रक्रिया की उपयोगिता निर्विवाद रूप से महत्वपूर्ण है। पदोन्नति के कारण एक तरफ संगठन की जीवन्तता बनी रहती है तो दूसरी ओर कर्मचारियों की महत्वाकांक्षाओं की पूर्ति भी होती है। संक्षेप में, पदोन्नति के निम्न महत्व हैं –उम्मीदवार की योग्यता को सही रूप में जानने के लिए आजकल 'अज्ञात साक्षात्कार' लोकप्रिय होता जा रहा है। इसमें उम्मीदवार को यह पता नहीं रहता है कि उसकी परीक्षा ली जा रही है। होता यह है कि पद रिक्त होने पर भर्तीकर्ता सम्भावित उम्मीदवारों पर दृष्टि रखता है और जब उसके ध्यान में कुछ ऐसे लोग आ जाते हैं तो वह एक विशेष भाषणमाला का आयोजन कर देता है। यहाँ सम्भावित उम्मीदवारों को भाषण देने के लिए आमन्त्रित किया जाता है। इस पद्धति से उम्मीदवार के व्यक्तित्व के सर्वांगीण पक्ष पर मूल्यांकन करना सरल हो जाता है। भारत में पदोन्नति दो प्रकार की होती है –पदोन्नति के दो प्रमुख सिद्धान्त प्रचलन में हैं –वरिष्ठता पर आधारित पदोन्नति एक परम्परागत एवं सरल प्रणाली है। इसके अनुसार उस कार्मिक के पहले पदोन्नति मिलेगी जिसकी सेवा अवधि दूसरों की तुलना में अधिक होगी। वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति की शुरूआत ईस्ट इण्डिया कम्पनी के शासनकाल में ही हो चुकी थी। यह सिद्धान्त अनुभवी कार्मिक को पुरस्कार में विश्वास करता है। इस प्रकार की पदोन्नति में निष्पक्षता, कार्मिक उपलब्धता, स्वचालन, मनोबल निर्माण, न्याय–स्थापना, अहं टकराव से बचाव आदि लाभ या गुण हैं तो दूसरी ओर दोष भी
पदोन्नति meaning in english