Rupee = रु(noun) (Rs)
रु पु ^1 अव्य॰ [हिं॰ अरु का संक्षिप्त रूप] और । उ॰—(क) हम हारी कै कै हहा पायन परयौ प्यौअरु । लेहु कहा अजहूँ किए तेह तरेरे त्यौरु । —बिहारी (शब्द॰) । (ख) संवत् भुज श्रुति निधि मही मधुमास रु सित पच्छ । शनिवासर शुभ पंचमी किन्हों ग्रंथ प्रतच्छ । —मन्नालाल (शब्द॰) । रु ^2 संज्ञा पुं॰
1. शब्द ।
2. वध ।
3. गति ।
4. काटना । अलग करना (को॰) ।
5. भय । खतरा (को॰) ।
रु पु ^1 अव्य॰ [हिं॰ अरु का संक्षिप्त रूप] और । उ॰—(क) हम हारी कै कै हहा पायन परयौ प्यौअरु । लेहु कहा अजहूँ किए तेह तरेरे त्यौरु । —बिहारी (शब्द॰) । (ख) संवत् भुज श्रुति निधि मही मधुमास रु सित पच्छ । शनिवासर शुभ पंचमी किन्हों ग्रंथ प्रतच्छ । —मन्नालाल (शब्द॰) ।
रुपया (रु.) (हिंदी और उर्दू: रुपया, संस्कृत: रूप्यकम् से उत्प्रेरित जिसका अर्थ चांदी का सिक्का है) भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, मॉरीशस और सेशल्स में उपयोग मे आने वाली मुद्रा का नाम है। इंडोनेशिया की मुद्रा को रुपिया जबकि मालदीव की मुद्रा को रुफियाह, के नाम से जाना जाता है जो असल मे हिन्दी शब्द रुपया का ही बदला हुआ रूप है। भारतीय और पाकिस्तानी रुपये मे सौ पैसे होते हैं (एकवचन पैसा) में, श्रीलंकाई रुपये में 100 सेंट, तथा नेपाली रुपये को सौ पैसे या चार सूकों (एकवचन सूक) या दो मोहरों (एकवचन मोहर) मे विभाजित किया जा सकता है। "रुपया" शब्द का उद्गम संस्कृत के शब्द रुप् या रुप्याह् मे निहित है, जिसका अर्थ कच्ची चांदी होता है और रूप्यकम् का अर्थ चांदी का सिक्का है। "रुपया" शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम शेर शाह सूरी ने भारत मे अपने संक्षिप्त शासन (1540-1545) के दौरान किया था। शेर शाह सूरी ने अपने शासन काल मे जो रुपया चलाया वह एक चांदी का सिक्का था जिसका वजन 178 ग्रेन (11.534 ग्राम) के लगभग था। उसने ताँबे का सिक्का जिसे दाम तथा सोने का सिक्का जिसे मोहर कहा जाता था को भी चलाया। कालांतर मे मुग़ल शासन के दौरान पूरे उपमहाद्वीप मे मौद्रिक प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए तीनों धातुओं के सिक्कों का मानकीकरण किया गया। शेर शाह सूरी के शासनकाल के दौरान शुरू किया गया ‘रुपया’ आज तक प्रचलन मे है। भारत मे ब्रिटिश राज के दौरान भी यह प्रचलन मे रहा, इस दौरान इसका वजन 11.66 ग्राम था और इसके भार का 91,7% तक शुद्ध चांदी थी। 19वीं शताब्दी के
रु meaning in english