साँप (Sanp) = Snake
साँपसाँप संज्ञा पुं॰ [सं॰ सर्प, प्रा॰ सप्प] [स्त्रीलिंग साँपिन]
1. एक प्रसिद्ध रेंगनेवाला लंबा कीड़ा जिसके हाथ पैर नहीं होते और जो पेट के बल जमीन पर रेंगता है । विशेष—केवल थोड़े से बहुत ठंडे देशों को छोड़कर शेष प्रायः समस्त संसार में यह पाया जाता है । इसकी सैकड़ों जातियाँ होती हैं जो आकार और रंग आदि में एक दुसरी से बहुत अधिक भिन्न होती हैं । साँप आकार में दो ढाई इंच से 25— 30 फुट तक लंबे होते हैं और मोटे सूत से लेकर प्रायः एक फुट तक मोटे होते है । बहुत बड़ी जातियों के साँप अजगर कहलाते हैं । साँप पीले, हरे, लाल, काले, भूरे आदि अनेक रंगों के होते हैं । साँपों को अधिकांश जातियाँ बहुत डरपोक और सीधी होती हैं, पर कुछ जातियाँ जहरीली और बहुत ही घातक होती हैं । भारत के गेहुअन, धामिन, नाग और काले साँप बहुत अधिक जहरीले होते हैं, और उनके काटने पर आदमी प्रायः नहीं बचता । इनके मुख में साधारण दाँतों के अतिरिक्त एक बहुत बड़ा नुकीला खोखला दाँत भी होता है जिसका संबंध जहर की एक थैली से होता है । काटने के समय वही दाँत शरीर में गड़ाकर ये विष का प्रवेश करते हैं । सब साँप मांसाहारी होते हैं और छोटे छोटे जीव- जंतुओं को निगल जाते हैं । इनसे यह विशेषता होती है कि ये अपने शरीर की मोटाई से कहा अधिक मोटे जंतुओं को निगल जाते हैं । प्रायः जाति के साँप पेड़ों पर और बड़ी जाति पहाड़ी आदि में यों ही जमीन पर रहते हैं । इनकी उत्पत्ति अंडों से होती है; और मादा हर बार में बहुत अधिक अंडे देती है । साँपों के छोटे बच्चे प्रायः रक्षित होने के लिये अपनी माता के मुँह में चले जाते हैं; इसी लिये लोगों में यह प्रवाद है कि साँपिन अपने बच्चों को आप ही खा जाती है । इस देश में साँपों के काटने की चिकित्सा प्रायः जंतर मंतर और झाड़ फूँक आदि से की जाती है । भारतवासियों में यह भी प्रवाद है कि पूराने साँपों के सिर में एक प्रकार की मणि होती है जिसे वे रात में अंधकार के समय बाहर निकालकर अपने चारों ओर प्रकाश कर लेते हैं । मुहावरा—कलेजे पर साँप लहराना या लोटना = बहुत अधिक व्याकुलता या पीड़ा होना । अत्यंत दुःख होना । (ईर्ष्या आदि के कारण) । साँप उतारना = सर्प के काटने पर विष को मंत्रादि से दुर करना । साँप का पाँव देखना = असंभव वस्तु को पाने का प्रयत्न करना । साँप कीलना = मंत्र द्धारा साँप को वश में करना । म
Hindi Dictionary. Devnagari to roman Dictionary. हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा शब्दकोष। देवनागरी और रोमन लिपि में। एक लाख शब्दों का संकलन। स्थानीय और सरल भाषा में व्याख्या।
सर्प, भुजंग,