भारत की युवा शूटर मनु भाकर: एक प्रेरणादायक सफर


Rajesh Kumar at  2024-08-02  at 22:04:09
भारत की युवा शूटर मनु भाकर: एक प्रेरणादायक सफर

परिचय

22 वर्षीय भारतीय शूटर मनु भाकर ने Paris Olympic 2024 में दो पदक जीतकर इतिहास रच दिया है । उन्होंने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में और 10 मीटर एयर पिस्टल की मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता । मिश्रित टीम स्पर्धा में मनु के साथ Sarabjot Singh शामिल थे ।

मनु भाकर का यात्रा

मनु का टोक्यो ओलंपिक से पेरिस ओलंपिक में पदक जीतने तक का सफर कठिनाइयों से भरा रहा है । टोक्यो ओलंपिक में उनके खराब प्रदर्शन के बाद वह खेल को छोड़ने का विचार कर रही थीं । उस समय वह depression में चली गईं थीं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और जमकर मेहनत की । उनकी इस मेहनत का परिणाम पेरिस ओलंपिक में मिला, जहां उन्होंने इतिहास रचा ।

ओलंपिक शूटिंग में पहला Team इवेंट पदक

मनु भाकर Olympic shooting में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट हैं । साथ ही, वह एक Olympic में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय भी हैं । यह Olympic में shooting में team event में भारत का पहला पदक है । इससे पहले सारे पदक व्यक्तिगत थे ।

पदक विजेताओं की सूची

साल खिलाड़ी पदक
2004 राज्यवर्धन सिंह राठौड़ कांस्य
2008 अभिनव बिंद्रा स्वर्ण
2012 गगन नारंग कांस्य
2012 विजय कुमार रजत

टोक्यो ओलंपिक 2020 का निराशाजनक अनुभव

Tokyo Olympic 2020 में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में मनु फाइनल में नहीं पहुंच सकीं थीं । Qualification round के दौरान उनकी पिस्टल में खराबी आ गई थी, जिससे वह 12वें स्थान पर रही । इस अनुभव के बाद मनु ने shooting से कुछ समय के लिए दूरी बना ली थी ।

बोल्ट की आत्मकथा से मिली प्रेरणा

मनु ने अपनी प्रेरणा का स्रोत बताते हुए कहा कि उन्होंने Usain Bolt की आत्मकथा पढ़कर प्रेरणा ली । उन्होंने कहा,"Bolt कितनी बार हारे, लेकिन उन्होंने उससे प्रेरणा ली और हर प्रतियोगिता में जीत हासिल की । मैंने भी हार के बाद अपनी खुशी बनाए रखी और दोबारा मेहनत की । "

मनु भाकर का संदेश

मनु भाकर ने सभी खेल प्रेमियों को संदेश देते हुए कहा कि किसी भी असफलता से निराश नहीं होना चाहिए । उन्होंने कहा,"अगर कभी कामयाबी न मिले तो हार मानकर नहीं बैठना चाहिए । अपनी खुशी को बनाए रखें और आगे बढ़ते रहें । "

मनु भाकर की इस शानदार कामयाबी का प्रभाव

मनु भाकर की यह कामयाबी सभी युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है । उन्होंने साबित कर दिया कि मेहनत और हिम्मत से किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है । पेरिस ओलंपिक में दो पदक जीतकर उन्होंने न केवल अपने देश का मान बढ़ाया, बल्कि सभी को यह संदेश दिया कि असफलता केवल एक पड़ाव है, मंजिल नहीं ।

प्रेरणादायक सफर की कहानी

मनु का Tokyo से Paris तक का सफर उनके अदम्य साहस और मेहनत का परिणाम है । कठिनाइयों और असफलताओं से उबरते हुए उन्होंने अपनी मंजिल को प्राप्त किया । उनके इस प्रेरणादायक सफर ने दिखाया कि सफलता केवल दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत से ही प्राप्त होती है ।

दृढ़ निश्चय का Example

मनु भाकर ने यह साबित कर दिया कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न आएं, अगर हिम्मत और मेहनत बनी रहे, तो सफलता अवश्य मिलेगी । उनका यह सफर सभी के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है और यह दिखाता है कि सच्ची मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती ।

मनु भाकर की उम्मीदें और भविष्य की योजनाएं

Paris Olympic में सफलता प्राप्त करने के बाद मनु भाकर की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं । उन्होंने अपने भविष्य की योजनाओं में और भी मेहनत करने और नई ऊंचाइयों को छूने का संकल्प लिया है । उनके इस संकल्प ने सभी को यह विश्वास दिलाया है कि आने वाले समय में वह और भी बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगी ।





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