Mudrasfeeti Dar Kya Hai ? Badhti Mudrasfeeti Ke Karnnon Par Tippanni Karein मुद्रास्फीति दर क्या है ? बढ़ती मुद्रास्फीति के कारणों पर टिप्पणी करें

मुद्रास्फीति दर क्या है ? बढ़ती मुद्रास्फीति के कारणों पर टिप्पणी करें

KRISHAN GOPAL on 16-07-2018

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Comments sombir sharma on 20-07-2018

महंगाई दर का असर अर्थव्‍यवस्‍था पर दो तरह से होता है। यदि महंगाई दर बढ़ती है तो बाजार में वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती हैं और लोगों की खरीदने की क्षमता कम हो जाती है। वहीं यदि महंगाई दर घटती है तो बाजार में वस्तुओं के दाम घट जाते और लोगों की खरीदने की क्षमता बढ़ जाती है। महंगाई के बढ़ने और घटने का असर सरकार की नीतियों पर भी पड़ता है। जिससे भारत में वित्तीय और मौद्रिक नीतियों के कई फैसले सरकार थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर के हिसाब करती है।

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rahul mehra on 20-07-2018

मुद्रास्फीति का अर्थव्यवस्था पर दो प्रभाव पड़ता है । यदि मुद्रास्फीति की दर बढ़ती है, तो बाजार में वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाती हैं और लोगों की क्रय शक्ति कम हो जाती है । दूसरी ओर, यदि मुद्रास्फीति की दर घटती है, तो बाजार में वस्तुओं की कीमत कम हो जाती है और लोगों की क्रय शक्ति बढ़ जाती है । महंगाई के बढ़ने और गिरने का असर सरकार की नीतियों पर भी पड़ता है । जिसके कारण भारत में वित्तीय और मौद्रिक नीतियों के कई निर्णय सरकार द्वारा थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर मुद्रास्फीति दर के अनुसार किए जाते हैं।

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Umesh Yadav on 19-07-2018

जब किसी देश में वस्तुओं या सेवाओं की कीमतें सामान्य से अधिक हो जाती हैं तो इस स्थिति को महंगाई (इंफ्लेशन) कहते हैं। वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाने की वजह से परचेजिंग पावर प्रति यूनिट कम हो जाती है। दूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि बाजार में मुद्रा की उपलब्धता और वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोत्तरी को मापने की एक तरकीब है। भारत में वित्तीय और मौद्रिक नीतियों के कई फैसले सरकार थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर के हिसाब करती है।

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Kamal Kumar Kumar on 19-07-2018

जब किसी देश में वस्तुओं या सेवाओं की कीमतें सामान्य से अधिक होती हैं, तो इस स्थिति को मुद्रास्फीति कहा जाता है । वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के कारण प्रति इकाई क्रय शक्ति घट जाती है । दूसरे शब्दों में, यह भी कहा जा सकता है कि बाजार में पैसे की उपलब्धता और वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि को मापने का एक तरीका है । भारत में, थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति दर के आधार पर सरकार द्वारा वित्तीय और मौद्रिक नीतियों के कई निर्णय किए जाते हैं।

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Shivani Tyagi on 16-07-2018

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