ग्रामीण अर्थव्यवस्था की परिभाषा
Pradeep Chawla on 20-09-2018
भारत में ग्रामीण अर्थव्यवस्था का एक विशिष्ट पहलू, फसल उत्पादन में कृषि मजदूरों का उपस्थिति होना है। कृषि मजदूरों के सन्दर्भ में बेरोजगारी, अविकास तथा अतिरिक्त मजदूरी की समस्या देखने को मिलती है। भारतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कृषि मजदूरों की दशा सबसे दयनीय है। इन मजदूरों की आय बहुत कम है तथा इन्हें रोजगार प्राप्त करने में भी समस्या होती है। क्योंकि इन मजदूरों के पास ट्रेनिंग के अभाव में अतिरिक्त कुशलता नहीं होने के कारण, किसी दूसरी जगह रोजगार पाने की भी समस्या होती है।
कृषि मजदूर की परिभाषा: ऐसे किसी मजदूर को जो पूर्ण या आंशिक रूप से पूरी या वर्ष के कुछ दिनों में कृषि क्षेत्रा में मुख्य या सहायककर्ता के रूप में, मजदूरी पर कार्य करता है, उसे कृषि मजदूर कहा जाता है।
कृषि मजदूर का भूमि पर कोई अधिकार नहीं होता है, उत्पादन पर भी कोई अधिकार नहीं होता है। कृषि मजदूर उत्पादन की प्रक्रिया में सम्मिलित खतरे से भी दूर रहता है अर्थात कृषि उत्पादन में निहित खतरे में कृषि मजदूर की कोई भूमिका नहीं होती है। कृषि मजदूर की परिभाषा में वे मजदूर भी शामिल हैं जो ऐसी जगह रोजगारकृत हंै जो कृषि पर आधारित हंै जैसे- पशुपालन, डेयरी, मुर्गीपालन आदि। कृषि मजदूरी जाँच समिति के अनुसार कोई भी व्यक्ति जिसकी आय का मुख्य साधन या जो अपनी आय कृषि फार्म पर काम करके मजदूरी के रूप में कमाता है, कृषि मजदूर कहलाता है।
कृषि मजदूर को मुख्यत: दो भागों में विभाजित किया जा सकता है -
भूमिहीन कृषि मजदूर: वो मजदूर जिनके पास भूमि नहीं होती है, को भूमिहीन कृषि मजदूर कहते हैं। भूमि कृषि मजदूरों को पुनः दो भागों में विभाजित किया जा सकता है। स्थायी भूमिहीन कृषि मजदूर अस्थायी भूमिहीन कृषि मजदूर स्थायी भूमिहीन कृषि मजदूर किसी अनुबंध के तहत कृषि फार्म पर मजदूरी करता है। मजदूरी किसी परम्परा के अनुसार निश्चित की जाती है।
अस्थायी भूमिहीन कृषि मजदूर वो मजदूर हंै जो कृषि में केवल कुछ समय के लिए कार्य करते हैं। रोजगार अस्थायी है तथा मजदूरी बाजार में प्रचलित दरों के अनुसार रहती है। मजदूर किसी जमींदार के साथ जुड़े हुए नहीं होते हैं। औद्योगिक मजदूरों से अलग कृषि मजदूर की परिभाषा देना कठिन है| इसका कारण है कि जब तक कृषि क्षेत्र में पूंजीवाद बना रहेगा तब तक इस क्षेत्र में एक ऐसे वर्ग का उत्थान जो कि सिर्फ़ मज़दूरी पर निर्भर हो पता करना कठिन है| हालाँकि पूंजीवाद अब हुमारे देश में मात्र उन क्षेत्रों में ही है जो विकसित नही हैं, क्योकि स्पष्ट वर्ग अब तक विकसित नही हो पाया है| कृषि मजदूरों की परिभाषा दे पाना इसलिए भी कठिन है क्योकि कई हाशिए के तथा छोटे कृषक भी अपनी आय को बढ़ने के लिए इस क्षेत्र में कार्यरत हैं| अतः किस स्तर तक उन्हे कृषि मजदूर समझा जाए यह एक कठिन प्रश्न है|
प्रथम कृषि मजदूर निरीक्षण आयोग ने इसके निम्न रूप बताए हैं :
1) संलग्न मजदूर
2) अनौपचारिक मजदूर
यह वह मजदूर हैं जो की किसी कृषक परिवार से किसी भी प्रकार के मौखिक या लिखित अनुबंध के द्वारा जुड़े होते है| इसमें इनका रोज़गार स्थाई होता है| वहीं दूसरी तरफ इस प्रकार के मजदूर किसी भी कृषक के खेतों में कार्य करने के लिए स्वतंत्र होते हैं| इस प्रकार के मजदूर अक्सर दैनिक रूप से लगे होते हैं|
Advertisements
Advertisements
Comments
Himank rai on 02-06-2024
ग्रामीण अर्थवयवश्था पर निबंध
Jyoti on 05-04-2024
Gramind arthvyavastha ki paribhasha aur virata
Sunny on 18-11-2023
Gramin arthbyabstha paribhasa
Advertisements
R k Dubey on 23-05-2023
ग्रामीण अर्थवयवस्था की परिभाषा
Bharth on 27-01-2023
Esha jaiswal on 02-03-2022
ग्रामीण अर्थव्यावस्था पर निबंध ।
Shiv kumar on 14-02-2022
Discuss the features of rural econmy
Advertisements
Priti kumari on 15-01-2022
Esha jaiswal on 28-03-2021
ग्रामीण अर्थ्यवस्था का प्रयोग।
Sangita bind on 27-01-2021
ग्रामीण अर्थ व्यवस्था की परिभाषा
Chandni on 28-12-2020
Gramin on 15-07-2020
Gramin arthvyastha ko samghaiye
Aur iski parkiriti ko bataiye
Advertisements
ग्रामीण व्यवस्ता को ससाझाये on 03-07-2020
ग्रामीण व्यवस्था पर निबंध लिखिए
Yashvant rai on 19-02-2020
Advertisements
आप यहाँ पर gk, question answers, general knowledge, सामान्य ज्ञान, questions in hindi, notes in hindi, pdf in hindi आदि विषय पर अपने जवाब दे सकते हैं।
नीचे दिए गए विषय पर सवाल जवाब के लिए टॉपिक के लिंक पर क्लिक करें
Culture
Current affairs
International Relations
Security and Defence
Social Issues
English Antonyms
English Language
English Related Words
English Vocabulary
Ethics and Values
Geography
Geography - india
Geography -physical
Geography-world
River
Gk
GK in Hindi (Samanya Gyan)
Hindi language
History
History - ancient
History - medieval
History - modern
History-world
Age
Aptitude- Ratio
Aptitude-hindi
Aptitude-Number System
Aptitude-speed and distance
Aptitude-Time and works
Area
Art and Culture
Average
Decimal
Geometry
Interest
L.C.M.and H.C.F
Mixture
Number systems
Partnership
Percentage
Pipe and Tanki
Profit and loss
Ratio
Series
Simplification
Time and distance
Train
Trigonometry
Volume
Work and time
Biology
Chemistry
Science
Science and Technology
Chattishgarh
Delhi
Gujarat
Haryana
Jharkhand
Jharkhand GK
Madhya Pradesh
Maharashtra
Rajasthan
States
Uttar Pradesh
Uttarakhand
Bihar
Computer Knowledge
Economy
Indian culture
Physics
Polity
इस टॉपिक पर कोई भी जवाब प्राप्त नहीं हुए हैं क्योंकि यह हाल ही में जोड़ा गया है। आप इस पर कमेन्ट कर चर्चा की शुरुआत कर सकते हैं।