Q.2035:
किस देश के वैज्ञानिकों ने हाल ही में, “सुपर अर्थ” की खोज की है?
हाल ही में, न्यूजीलैंड के वैज्ञानिकों ने “सुपर अर्थ” की खोज की है। इस ग्रह पर मानव जीवन के लिए आवश्यक परिस्थितियां मौजूद हैं। पाठकों को बता दे की सुपर अर्थ उन चुनिन्दा ग्रहों में से एक है जो पृथ्वी के आकार और परिक्रमा दूरी के सामान हैं। इस ग्रह का मेजबान तारा सूर्य का द्रव्यमान 10% है। यह ग्रह पृथ्वी से बड़ा है और इसलिए इसका नाम “सुपर अर्थ” है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह ग्रह ठंडा हो सकता है। इस कारण से, पानी अपने तरल अवस्था में मौजूद नहीं हो सकता है, लेकिन बर्फ के रूप में हो सकता है। इस ग्रह द्रव्यमान में भारी है, इसे तारे के चारों ओर घूमने में 617 दिन लग सकते हैं।
Haal Hee Me , Newzealand Ke Vaigyanikon ne “ Super Arth ” Ki Khoj Ki Hai . Is Grah Par Manav Jeevan Ke Liye Awashyak Paristhitiyaan Maujood Hain . Pathakon Ko Bata De Ki Super Arth Un Chuninda Grihon Me Se Ek Hai Jo Prithvi Ke Akaar Aur Parikrama Doori Ke Saman Hain . Is Grah Ka Mejban Tara Surya Ka Dravyamaan 10% Hai . Yah Grah Prithvi Se Bada Hai Aur Isliye Iska Naam “ Super Arth ” Hai . Vaigyanikon Ke Anusaar Yah Grah Thanda Ho Sakta Hai . Is Karan Se , Pani Apne Taral Avastha Me Maujood Nahi Ho Sakta Hai , Lekin Burf Ke Roop Me Ho Sakta Hai . Is Grah Dravyamaan Me Bhari Hai , Ise Taare Ke Charo Or Ghoomne Me 617 Din Lag Sakte Hain .