मंगल पर बनेगा परमाणु बिजलीघर <br/> प्रश्न-मंगल ग्रह पर परमाणु बिजलीघर निर्माण हेतु प्रोजेक्ट किलोपॉवर पर कौन-सी एजेंसी कार्य कर रही है ? <br/> (a) इसरो <br/> (b) नासा <br/> (c) जाक्सा <br/> (d) रॉसकोमॉस <br/> उत्तर- (b) <br/> संबंधित तथ्य <br/> <br/> नासा मंगल ग्रह पर कार्य करने में सक्षम परमाणु विखंडन रिएक्टरों के निर्माण हेतु 15 मिलियन डॉलर की एक परियोजना किलोपावर संचालित कर रहा है जिसे किलोपावर (Kilopower) नाम दिया गया है। <br/> लास वेगास के पास नेवादा नेशनल सिक्योरिटी साइट पर इस प्रणाली का प्रदर्शन किया जाएगा। <br/> नासा की प्रौद्योगिकी विकास शाखा तीन वर्षों से इस परियोजना का वित्तपोषण कर रही है। <br/> इस परियोजना का परीक्षण सितंबर, 2017 से जनवरी, 2018 तक किया जाएगा। <br/> प्रत्येक परमाणु रिएक्टर 10 किलोवाट विद्युत उत्पादन करेगा जो मंगल मिशन पर जाने वाले दो लोगों के लिए पर्याप्त होगा। <br/> NASA ने इसके पूर्व 1960 में ‘सिस्टम्स फॉर न्यूक्लियर ऑक्जिलरी पावर या SNAP कार्यक्रम के दौरान एक विखंडन रिएक्टर का परीक्षण किया था। जिसमें रेडियो आइसोटोप थर्मोइलेक्ट्रिक जेनरेटर या RTG का विकास किया गया था। <br/> RTG प्रणाली में प्लूटोनियम जैसे रेडियोएक्टिव पदार्थों के प्राकृतिक क्षय से उत्पन्न ऊर्जा का प्रयोग किया जाता है। <br/> मंगल मिशन पर जाने वाले क्यूरियोसिटी रोवर में RTG प्रणाली से ही ऊर्जा मिलती है। <br/> मंगल ग्रह की सूर्य से दूरी तथा धूल भरी आंधियों के कारण वहां विखंडन रिएक्टर बेहतर विकल्प हो सकते हैं। <br/> <br/> संबंधित तथ्य <br/> https://www.space.com/37348-nasa-fission-power-mars-colony.html <br/>