Aries
= मेष() (Mesh)
मेष संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. भेड़ ।
२. बारह राशियों में से एक जिसके अंतर्गत अश्विनी, भरणी और कृत्तिका नक्षत्र का प्रथम पाद पड़ता है । विशेष—इस राशी पर सूर्य वैशाख में रहते हैं । राशियों की गणना में इसका नाम सबसे पहले पड़ता है । इसकी आकृति मेष के समान मानी गई है । यह राशि सूर्य का उच्च स्थान है । इसमें जबतक सूर्य रहते हैं, तबतक बहुत प्रबल रहते हैं । उच्चांश काल वैशाख में प्रथम दस दिन तक रहता है । इसके उपरांत सूर्य उच्चांशच्युत होने लगते हैं ।
३. एक लग्न जो सूर्य के मेष राशी में रहने पर माना जाता है । जैसे,—यदि किसी का जन्म सूर्य के मेष राशि में रहने पर होगा, तो कहा जाएगा कि उसका जन्म मेष लग्न में हूआ । मुहा॰—मेष काना पु = मीन मेष करना । आगा पीछा करना । संकल्प विकल्प करना । उ॰—कियो अक्रूर भोजन दुहुन संग लै, नर नारी ब्रज लोग सबै देखै । मनी आए संग, देखि ऐसे रंग, मनहि मन परस्पर करत मेषै । —सूर (शब्द॰) ।
४. एक औषधि ।
५. जीवशाक । सुसना ।
राशि चक्र की यह पहली राशि है, इस राशि का चिन्ह ”मेढा’ या भेडा है, इस राशि का विस्तार चक्र राशि चक्र के प्रथम 30 अंश तक (कुल 30 अंश) है। राशि चक्र का यह प्रथम बिन्दु प्रतिवर्ष लगभग 50 सेकेण्ड की गति से पीछे खिसकता जाता है। इस बिन्दु की इस बक्र गति ने ज्योतिषीय गणना में दो प्रकार की पद्धतियों को जन्म दिया है। भारतीय ज्योतिषी इस बिन्दु को स्थिर मानकर अपनी गणना करते हैं। इसे निरयण पद्धति कहा जाता है। और पश्चिम के ज्योतिषी इसमे अयनांश जोडकर ’सायन’ पद्धति अपनाते हैं। किन्तु हमे भारतीय ज्योतिष के आधार पर गणना करनी चाहिये। क्योंकि गणना में यह पद्धति भास्कर के अनुसार सही मानी गई है। मेष राशि पूर्व दिशा की द्योतक है, तथा इसका स्वामी ’मंगल’ है। इसके तीन द्रेष्काणों (दस दस अंशों के तीन सम भागों) के स्वामी क्रमश: मंगल-मंगल, मंगल-सूर्य, और मंगल-गुरु हैं। मेष राशि के अन्तर्गत अश्विनी नक्षत्र के चारों चरण और कॄत्तिका का प्रथम चरण आते हैं। प्रत्येक चरण 3.20' अंश का है, जो नवांश के एक पद के बराबर का है। इन चरणों के स्वामी क्रमश: अश्विनी प्रथम चरण में केतु-मंगल, द्वितीय चरण में केतु-शुक्र, तॄतीय चरण में केतु-बुध, चतुर्थ चरण में केतु-चन्द्रमा, भरणी प्रथम चरण में शुक्र-सूर्य, द्वितीय चरण में शुक्र-बुध, तॄतीय चरण में
मेष meaning in english
मेष राशि कुंडली
मेष राशि के दोष का उपाय
मेष राशि २०१९
सलेक्शन फ्रॉम ब्राह्मण एण्ड उपनिषद , अलंकार मीमांसा , दी पोइटिक लाईट , प्रिंसीपल आॅफ लिटरेरी क्रिटिसिज्म इन संस्कृत , अमर भारती , नवोन्मेष , त्रिकदर्शनम् तन्त्रालोक तथा आउट लाईन हिस्ट्री आॅफ शैविज्म आदि ग्रन्थ लिखित है ?
मेष राशि जन्म कुंडली
Aries
meaning in Gujarati: ઘેટાં
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Aries
meaning in Marathi: मेंढी
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Aries
meaning in Bengali: ভেড়া
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Aries
meaning in Telugu: గొర్రె
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Aries
meaning in Tamil: ஆடுகள்
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