sahava
= साहवा() (Sahwa)
{{Infobox Indian Jurisdiction| नगर का नाम = साहवा | प्रकार = क़स्बा |latd = 28.8727 |longd = 74.8466 | प्रदेश = राजस्थान | जिला = चुरू | शासक पद = तहसील | शासक का नाम = तारानगर | शासक पद 2 = | शासक का नाम 2 = | ऊँचाई = | जनगणना का वर्ष = | जनगणना स्तर = | जनसंख्या = | घनत्व = | क्षेत्रफल = | दूरभाष कोड = 01562 | पिनकोड = 331302 {{जीवनी-आधार-gav ke prasid jaat: HETRAM MOOND {{शिक्षा-आधार-GREDUATIONसाँचा:लेखक-आधा-HINDI LEKHAK-MAHAVIR PRASAD MOOND | वाहन रेजिस्ट्रेशन कोड = RJ-10 | unlocode = | वेबसाइट = | skyline = Sahawa.jpg | skyline_alt = Pools of still water and a domed white temple partly obscured by trees. | skyline_caption = साहवा का गुरुद्वारा | टिप्पणियाँ = }}साहवा, भारत के राजस्थान राज्य के अंतर्गत चुरू जिले की तारानगर तहसील का एक गाँव है। VILLEGE KE FAMOUS JAAT:SHRI HETRAM MOOND नीले आकाश के नीचे, बालू रेत से आवृत बड़े-बड़े टीले मानसून के साथ संलग्न भाग्य की रेखाएं, गर्मी में अधिक गर्म और शीत में ठिठुरन भरे जीवन से जुड़ा साहवा चूरू जिले के अंतिम छोर पर स्थित एक गाँव है।
आर्य पूजित कुलटा एंव सरस्वती के पाट के बीच जिसने आर्य संस्कार गृहण किये। देव मंदिरों पर धर्म ध्वजा, गुरुद्वारों से गूंजती गुरुवाणियाँ, मस्जिदों से अजान के स्वर, धर्म सहिष्णुता एंव भ्रातृत्व की असीम गहराई में डूबा गाँव है साहवा। गाँव क्या स्वर्ग की सुषमा भी जिसके सामने फीकी लगे, ऐसा है ये साहवा। प्राचीन नाथद्वारा जिस भीतिचित्र एंव ऐतिहासिक तथ्यों का आलेख। भाड़ंग के थेह पर प्राचीन अब शेष जहाँ "लछासर रास" में जैनियों का ऐतिहासिक उत्थान, सहू, सहारण जाट जनपदों का उत्थान एंव पतन सिमटा है। अति प्राचीन यह भूभाग अनंत लहरों से भरे समुन्द्र में डूबा। भौगोलिक परिवर्तनों के बाद, सिन्धु, सरस्वती व कुलटा आदि वैदिक नदियों से घिरा रहा। रामायण का मरुकान्तर, महाभारत की कुरु जांगल व प्रवीण शाम्ब पांडिया का छाया क्षेत्र। राजपूत काल में जोधपुर से नयी रियासत स्थापना हेतु कांधल और बीका का पराक्रम क्षेत्र। कांधल, खेत सिंह, लाल सिंह आदि जैसे राठौड़ वीर पुरुषो ने भटनेर, भादरा, रावतसर, जैतपुर, चूरू इत्यादि ठिकाने स्थापित किये। मालदेव के सेनापति कूंचा एंव जैतसिंह के साथ साहवा में भयंकर युद्ध हुआ। युद्
साहवा meaning in english