Ajanta
= अजंता() (Ajanta)
Category: place
अजंता संज्ञा पुं॰ [देश॰] दक्षिण भारत में सह्याद्रि पर्वत की गोद में बहनवाली वागुरा नदी की घाटी में स्थित एक स्थान जो अपने १९ कलात्मक गुफामंदिरो के लिये जर्गाद्विख्यात है । विशेष—मध्य रेलवे की इंटारसी बंबई शाखा पर स्थित जलगाँव स्टेशन से उतरकर फरदापुर होते हुए अजंता जाने का मार्ग है । गुफाएँ प्राकृतिक नहीं हैं, बल्कि पत्थर के ठोस पहाड़ों को काट- काट कर भारतीय कारीगरों द्वारा निर्मित हैं । वास्तु, शिल्प और चित्र इन तीनों कलाओं का चरमोत्कर्ष इन गुफाओं में दृष्टिगोचर होता है जिसका निर्माणकाल ई॰ पू॰ दूसरी शती (गुहा संख्या १०, १२, १३) सं लेकर ७वीं शती तक (बिहार गुहा १, २) है । आरंभिक गुहाओं में बोद्धों की हीनयान शाखा के प्रभाव दृष्टिगोचर होते हैं । शिल्प और चित्रों में भगवान् बुद्ध की प्रधानना है । १९वीं गुहा सर्वोत्कृष्ट है । इसके भित्तिचित्रों में भगवान् बुद्ध और उनके जीवन की विविध घटनाएँ एवं विभिन्न जातक कथाओं के चित्र अत्यंत सधे हाथों से अंकित हैं । रंग ऐसे पक्के और चटकीले हैं, मानों कारीगर न उन्हें अभी अभी समाप्त किया है । ५० फुट से अधिक प्रशस्त मंडप के ऊपर की छत तक अलंकृत है । अन्यान्य गुफाओं की चित्रसमृद्धि भी अत्यंत उच्च कोटि की है । ये गुफाँएँ भारतीय स्वर्णयुग के सांस्कृतिक, कलात्मक और आध्यात्मिक उपलब्धियों की प्रत्यक्ष साक्षी हैं ।
अजंता गुफाएँ महाराष्ट्र, भारत में स्थित तकरीबन २९ चट्टानों को काटकर बना बौद्ध स्मारक गुफाएँ जो द्वितीय शताब्दी ई॰पू॰ के हैं। यहाँ बौद्ध धर्म से सम्बन्धित चित्रण एवम् शिल्पकारी के उत्कृष्ट नमूने मिलते हैं। इनके साथ ही सजीव चित्रण भी मिलते हैं। यह गुफाएँ अजंता नामक गाँव के सन्निकट ही स्थित है, जो कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में है। (निर्देशांक: 20° 30’ उ० 75° 40’ पू॰) अजंता गुफाएँ सन् 1983 से युनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित है। "‘’’नैशनल ज्यॉग्राफिक ‘’’ के अनुसार: आस्था का बहाव ऐसा था कि प्रतीत होता है, जैसे शताब्दियों तक अजंता समेत, लगभग सभी बौद्ध मंदिर, हिन्दू राजाओं के शासन और आश्रय के अधीन बनवाये गये हों। गुफाएँ एक घने जंगल से घिरी, अश्व नाल आकार घाटी में अजंता गाँव से 3½ कि॰मी॰ दूर बनी है। यह गाँव महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर से 106 कि॰मी॰ दूर बसा है। इसका निकटतम कस्बा है जलगाँव, जो 60 कि॰मी॰ दूर है, भुसावल
अजंता meaning in english