Kabir = कबीर() (Kabir)
Category: Legend Name
कबीर ^1 संज्ञा पुं॰ [अ॰ अबीर=बड़ा, श्रेष्ठ]
1. एक प्रसिद्ध वैष्णव भक्त का नाम । यौ॰—कबीरपंथी ।
2. एक प्रकार का गीत या पद जो होली में गाया जाता है और प्रायः अश्लील होता है । उ॰—अररर कबीर । तब के बाभन वे रहे पढ़ने बेद पुरान । अब के बाभन अस भये जो लेत घाट पर दान । भला हम साँच कहै में ना डरबै । कबीर ^2 वि॰ [अ॰] श्रेष्ठ । बड़ा । जैसे अमीर कबीर । उ॰—अल्ला है वह कबीर उल् अकबर । याने बुजुर्ग है वह बरतर । — दक्खिनी॰, पृ॰ 303 ।
कबीर ^1 संज्ञा पुं॰ [अ॰ अबीर=बड़ा, श्रेष्ठ]
1. एक प्रसिद्ध वैष्णव भक्त का नाम । यौ॰—कबीरपंथी ।
2. एक प्रकार का गीत या पद जो होली में गाया जाता है और प्रायः अश्लील होता है । उ॰—अररर कबीर । तब के बाभन वे रहे पढ़ने बेद पुरान । अब के बाभन अस भये जो लेत घाट पर दान । भला हम साँच कहै में ना डरबै ।
कबीर या भगत कबीर 15वीं सदी के भारतीय रहस्यवादी कवि और संत थे। वे हिन्दी साहित्य के भक्तिकालीन युग में ज्ञानाश्रयी-निर्गुण शाखा की काव्यधारा के प्रवर्तक थे। इनकी रचनाओं ने हिन्दी प्रदेश के भक्ति आंदोलन को गहरे स्तर तक प्रभावित किया। उनके लेखन सिक्खों के आदि ग्रंथ में भी मिला जा सकता है। वे हिन्दू धर्म व इस्लाम के आलोचक थे। उन्होंने यज्ञोपवीत और ख़तना को बेमतलब क़रार दिया और इन जैसी धार्मिक प्रथाओं की सख़्त आलोचना की थी। उनके जीवनकाल के दौरान हिन्दू और मुसलमान दोनों ने उन्हें अपने विचार के लिए धमकी दी थी। कबीर पंथ नामक धार्मिक सम्प्रदाय इनकी शिक्षाओं के अनुयायी हैं। जन्म स्थान के बारे में विद्वानों में मतभेद है परन्तु अधिकतर विद्वान इनका जन्म काशी में ही मानते हैं, जिसकी पुष्टि स्वयं कबीर का यह कथन भी करता है। कबीर के गुरु के सम्बन्ध में प्रचलित कथन है कि कबीर को उपयुक्त गुरु की तलाश थी। वह वैष्णव संत आचार्य रामानंद को अपना अपना गुरु बनाना चाहते थे लेकिन उन्होंने कबीर को शिष्य बनाने से मना कर दिया लेकिन कबीर ने अपने मन में ठान लिया कि स्वामी रामानंद को ही हर कीमत पर अपना गुरु बनाऊंगा ,इसके लिए कबीर के मन में एक विचार आया कि स्वामी रामानंद जी सुबह चार बजे गंगा स्नान करने जाते हैं उसके पहले ही उनके जाने के मार्ग में सीढ़ियों लेट जाऊँगा और उन्होंने ऐसा ही किया। एक दिन, एक पहर रात रहते ही कबीर पञ्चगंगा घाट की सीढ़ियों पर गिर पड़े
कबीर meaning in english