मोरी (Mori) = Mori
मोरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ मोहरी]
१. किसी वस्तु के निकलने का तंग द्धार ।
२. नाली जिसमें से पानी, विशेषतः गंदा और मैला पानी बहता हो । पनाली । उ—ऐसी गाढ़ी पीजिए ज्यौं मोरी की कीच । घर के जाने मर गए आप नशे के बीच । —भारतेंदु ग्रं॰, भा॰१, पृ॰ ८३ । मुहा॰—मोरी छुटना =दस्त आना । पेट चलना । मोरी पर जाना =पेशाब करने जाना । (स्त्रियाँ) ।
३. दे॰ 'मोहरी' । मोरी पु † ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ मयूरी, हिं॰ मोर + ई (प्रत्य॰)] मोर पक्षी का मादा । मयूरी । उ॰—मोरी सी घन गरज सुनि तू ठाढ़ी अकुलात । —सीताराम (शब्द॰) । मोरी ^३ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] क्षत्रियों की एक जाति जो 'चौहान' जाति के अंतर्गत है । उ॰—जादौ रु बघेला मल्हवास । मोरी बड़गु- जर आइ पास । —पृ॰ रा॰, १ । ४२४ ।
मोरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ मोहरी]
१. किसी वस्तु के निकलने का तंग द्धार ।
२. नाली जिसमें से पानी, विशेषतः गंदा और मैला पानी बहता हो । पनाली । उ—ऐसी गाढ़ी पीजिए ज्यौं मोरी की कीच । घर के जाने मर गए आप नशे के बीच । —भारतेंदु ग्रं॰, भा॰१, पृ॰ ८३ । मुहा॰—मोरी छुटना =दस्त आना । पेट चलना । मोरी पर जाना =पेशाब करने जाना । (स्त्रियाँ) ।
३. दे॰ 'मोहरी' । मोरी पु † ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ मयूरी, हिं॰ मोर + ई (प्रत्य॰)] मोर पक्षी का मादा । मयूरी । उ॰—मोरी सी घन गरज सुनि तू ठाढ़ी अकुलात । —सीताराम (शब्द॰) ।
मोरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ मोहरी]
१. किसी वस्तु के निकलने का तंग द्धार ।
२. नाली जिसमें से पानी, विशेषतः गंदा और मैला पानी बहता हो । पनाली । उ—ऐसी गाढ़ी पीजिए ज्यौं मोरी की कीच । घर के जाने मर गए आप नशे के बीच । —भारतेंदु ग्रं॰, भा॰१, पृ॰ ८३ । मुहा॰—मोरी छुटना =दस्त आना । पेट चलना । मोरी पर जाना =पेशाब करने जाना । (स्त्रियाँ) ।
३. दे॰ 'मोहरी' ।
Hindi Dictionary. Devnagari to roman Dictionary. हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा शब्दकोष। देवनागरी और रोमन लिपि में। एक लाख शब्दों का संकलन। स्थानीय और सरल भाषा में व्याख्या।